TRS ने तीसरे मोर्चे की सरकार के जताये आसार
नई दिल्ली: तेलंगाना राष्ट्र समिति के निवर्तमान सांसद बी. विनोद कुमार ने जोर देते हुए कहा कि नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) इस लोकसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें नहीं जीतेगी। टीआरएस सुप्रीमो के. चंद्रशेखर राव के करीबी विनोद कुमार ने कहा कि यूपीए और एनडीए में शामिल क्षेत्रिय पार्टियों सहित अन्य स्थानीय पार्टियां इस बार संघीय मोर्चा बनाने के लिए आगे आ सकते हैं। अपने पार्टी प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के संघीय मोर्चा बनाने की योजना का संकेत देते हुए कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 185 सीटें हैं।
उन्होंने आगे कहा, “केसीआर, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती देश में सरकार बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, विनोद कुमार, जो कि अभी संघीय मोर्चा बनाने के मुद्दे पर केसीआर के साथ क्षेत्रिय नेताओं से मिल रहे हैं, कहते हैं कि भाजपा पांच राज्यों में 35 से ज्यादा सीटें जीतते नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा, “देश पिछले करीब 30 साल से वर्ष 2014 तक गठबंधन युग का गवाह रहा है। इस बार भी वही होता दिख रहा है। वास्तव में यूपीए और एनडीए दोनों का गठन पूर्व में चुनाव परिणामों के बाद ही हुआ था और हमें लगता है कि इस बार एक नया राजनीतिक गठबंधन सामने आएगा।”
केसीआर फिलहाल तमिलनाडु में डीएमके प्रमुख एम के स्टालिन से मिलने पहुंचे हैं। यहां यह भी बता दें कि तमिलनाडु में डीएमके कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। पिछले साल केसीआर ने नवीन पटनायक, ममता बनर्जी, जगन मोहन रेड्डी, स्टालिन, यादव सहित अन्य नेताओं से संघीय मोर्चा बनाने के मुद्दे पर ही मुलाकात की थी। उनसे चर्चा की थी। वास्तव में केसीआर के प्रतिद्वंद्वी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी कांग्रेस सहित भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के मिशन पर हैं। यही वजह है कि उन्होंने बनर्जी, स्टालिन, केजरीवाल के चुनाव प्रचार में मंच साझा किया।
नायडू के मामले पर टीआरएस सांसद कहते हैं कि वे (नायडू) तक कोई बड़ी भूमिका में नहीं आ सकते, जब तक आंध्र प्रदेश की 25 सीटों पर जीत हासिल नहीं करते हैं। वहां राजनीतिक विशलेषकों का मानना है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ज्यादा सीटें जीत सकती है। उन्होंने कहा, “संघीय मोर्चा का गठन सत्ता के लिए नहीं बल्कि उसके लिए है कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों का सम्मान करे। इस वजह से हमने केरल के मुख्यमंत्री पिन्नरई विजयन से भी बात की है।”