अपनी पत्नी छोड़ने वाला दूसरों की बहनों-बीवियों का कैसे करेगा सम्मान?, माया का मोदी पर वार
नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को अलवर गैंगरेप पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि इस मामले में मोदी गंदी राजनीति कर रहे हैं।
मायावती ने कहा 'नरेंद्र मोदी अलवर गैंगरेप मामले पर चुप थे। लेकिन अब वह इस मामले में गंदी राजनीति खेलने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें और उनकी पार्टी को चुनावों में फायदा मिल सके। यह बेहद शर्मनाक है। जब वह राजनीतिक लाभ के लिए अपनी पत्नी को छोड़कर चले गए, तो वह दूसरों की बहनों और पत्नियों का सम्मान कैसे कर सकते हैं?'
मायावती ने आगे कहा 'मुझे यह मालूम चला की बीजेपी में विवाहित महिलाएं अपने पतियों को पीएम के नजदीक भेजने से डरती हैं, उन्हें दर रहता है कि कहीं ये मोदी अपने औरत की तरह हमें भी अपने पति से अलग न करवा दे।'
इससे पहले रविवार को मायावती ने कहा था कि इस मामले पर उचित कार्रवाई नहीं होने पर वह फैसला करेंगी। इसके साथ ही मायावती ने गुजरात के उना कांड और रोहित वेमुला मामले को लेकर भी पीएम मोदी से देने को कहा था। मायावती ने पीएम मोदी सलाह देते हुए कहा था कि उन्हें दलित महिला के साथ अत्यचार के मामले में ऐसी घृणित राजनीति नहीं करनी चाहिए।
दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को कुशीनगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर मायावती बेटियों की रक्षा के प्रति इतनी ही ईमानदार हैं तो आज ही, इसी समय राजस्थान की कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लें। पीएम मोदी ने अलवर गैंगरेप का जिक्र करते हुए कहा, 'बेटियों पर अत्याचार करने वाले, राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को सजा देने के लिए आपके इस चौकीदार ने फांसी की सजा का प्रावधान किया है। कांग्रेस सरकार की भी नीयत सही होती तो अलवर में जो हुआ उसे छिपाने में, दबाने में नहीं लगती।'
इसपर जवाबी देते हुए मायावती ने कहा था कि अगर अलवर मामले में राजस्थान की सरकार अगर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वे निश्चित तौर पर कोई फैसला लेंगी। मायवती ने ऊना दलित कांड और रोहित वेमुला मामले पर पीएम मोदी से इस्तीफे की मांग कर डाली।