पूर्व नौसेना अफसरों ने मोदी के आरोप को बताया झूठा, कहा – राजीव गांधी सरकारी काम से INS विराट पर थे
नई दिल्ली: युद्धपोत आईएनएस विराट पर पूर्व पीएम राजीव गांधी की पिकनिक से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे को नौसेना के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण रामदास (रिटायर्ड) समेत चार पूर्व अफसरों ने खारिज किया है। गुरुवार (नौ मई, 2019) को इन सभी ने साफ किया कि राजीव गांधी उस दौरान आधिकारिक दौरे पर थे और उनके साथ कोई भी विदेशी या फिर दोस्त नहीं था।
बता दें कि रामदास इससे पहले मोदी सरकार द्वारा सेना के राजनीकिरण को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। सेना के नाम पर उन्होंने बीजेपी नेताओं द्वारा वोट मांगने को लेकर न सिर्फ पूर्व में चिंता जताई थी, बल्कि राष्ट्रपति से उस मसले में दखल देने के लिए भी कहा था।
ताजा मामले में एडमिरल रामदास के अलावा रिटायर्ड वाइस एडमिरल व आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर विनोद पसरीचा, आईएनएस विंध्यगिरी के तब के कमांडिंग ऑफिसर एडमिरल अरुण प्रकाश और आईएनएस गंगा के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर वाइस एडमिरल मदनजीत सिंह ने इस मसले पर चुप्पी तोड़ी।
उन्होंने साफ किया कि पूर्व पीएम राजीव गांधी और सोनिया तब आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे। उनके निजी इस्तेमाल के लिए तब कोई पानी का जहाज प्रयोग नहीं किया गया था। वे एक चॉपर के जरिए किसी द्वीप पर गए थे और तब बोर्ड पर कोई विदेशी भी नहीं था।
दरअसल, पीएम मोदी के राजीव गांधी को लेकर किए गए दावे पर रामदास ने बाकी तीन पूर्व नौसेना के अधिकारियों से बात कर मीडिया के लिए एक साझा बयान जारी किया।
वहीं, रिटायर्ड वाइस एडमिरल और आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर विनोद पसरीचा ने कहा है कि राजीव तब आधिकारिक दौरे पर थे और वे किसी पिकनिक पर नहीं थे। बकौल पसरीचा, “राजीव के साथ सिर्फ परिवार के लोग ही थे और तब चॉपर का इस्तेमाल सिर्फ राजीव और सोनिया ने किया था, न कि राहुल गांधी ने।” उन्होंने आगे बताया, “ऐसा होता रहा है। इससे पहले, हॉन्ग कॉन्ग दौरे पर पीएम जवाहर लाल नेहरू ने भी कुछ ऐसा ही किया था। उनके साथ जहाज पर तब बच्चे और नाती मौजूद थे।”
राजधानी नई दिल्ली के रामलीला मैदान में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जन सभा के दौरान पूर्व पीएम राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर सवालिया निशान लगाए थे। उन्होंने कहा था, “राजीव ने आईएनएस विराट का इस्तेमाल निजी टैक्सी के रूप में किया और उन्होंने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया।”