नई दिल्ली: कुछ दिन पहले अपने विवादित बयान की वजह से चुनाव आयोग द्वारा 72 घंटे का प्रतिबंध झेल चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक और बयान की वजह से मुश्किलों में फंसते दिखाई दे रहे हैं। चुनाव आयोग ने एक बार फिर योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है।

दरअसल योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के संभल में 19 अप्रैल को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुये कहा था, ‘क्या आप देश की सत्ता आतंकवादियों को सौंप देंगे जो खुद को बाबर की औलाद कहते हैं…उनको जो बजरंगबली का विरोध करते हैं।’ इसी बाबर की औलाद वाले बयान पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने योगी को नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय देते हुये आदर्श आचार संहिता के एक प्रावधान का उल्लेख किया गया है।

इस नोटिस में कहा गया है कि समुदायों के मध्य परस्पर घृणा उत्पन्न करने या मतभेदों को बढ़ाने वाली कोई गतिविधि नहीं की जायेगी। कुछ दिन पहले ही योगी आदित्यनाथ ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, 'आपने सहारनपुर में मायावती को रैली दिए गए को भाषण सुना होगा। मायावती ने अपने भाषण में क्या कह रही हैं? वह अपने भाषण में कह रही हैं। उस मुस्लिम वोट मिल जाए बाकी वोट महागठबंधन को नहीं चाहिए। मैं आपसे कहना चाहता हूं भाइयों बहनों अगर कांग्रेस को सपा बसपा को अली पर विश्वास है तो हमे भी बजरंगबली पर विश्वास है। कांग्रेस सपा, बसपा, लोकदल, इन्होंने कह दिया है।'

इसके बाद आयोग ने उनके 'अली-बजरंग बली' वाली टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए गत 16 अप्रैल सुबह छह बजे से अगले 72 घंटे तक किसी भी चुनाव सम्बन्धी गतिविधि में हिस्सा लेने पर पाबंदी लगा दी थी।