वाघेला ने पुलवामा को बताया बीजेपी की साजिश
अहमदाबाद : पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के वैश्विक आतंकी घोषित होने के मसले पर भारत को संयुक्त राष्ट्र में मिली बड़ी कामयाबी के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जहां भारतीय कूटनीति का डंका एक बार फिर बजा है, वहीं दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव के लिए जारी प्रक्रिया के बीच देश में इस पर सियासत गरमा गई है। बीजेपी जहां इसे लेकर जहां अपनी पीठ थपथपा रही है और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार की आतंकवाद के मुद्दे पर बड़ी जीत के तौर पर पेश कर रही है, वहीं विपक्ष के कई नेताओं ने इसकी टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं।
विपक्षी दलों के नेताओं ने हालांकि इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन यह कहते हुए मोदी सरकार को क्रेडिट देने से इनकार किया कि इसकी प्रक्रिया करीब 10 साल पहले ही शुरू हो गई थी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने इस मुद्दे पर दो कदम आगे बढ़ते हुए अब पुलवमा हमले को बीजेपी की साजिश बता दिया है। उन्होंने इस क्रम में गोधरा कांड का भी जिक्र किया और इसे भी बीजेपी की साजिश बताया।
कभी बीजेपी से जुड़े रहे वाघेला फिलहाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता हैं, जिन्होंने पुलवामा और गोधरा कांड पर सनसनीखेज बयान दिया है। बुधवार को यहां मीडिया से मुखातिब, वाघेला ने कहा, 'बीजेपी सरकार चुनाव जीतने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल करती रही है। पुलवामा हमले के लिए आरडीएक्स से भरे जिस वाहन का इस्तेमाल किया गया था, उसका शुरुआती रजिस्ट्रेशन अक्षर गुजरात– GJ था।' उन्होंने कहा, 'गोधरा की घटना भी साजिश थी और पिछले पांच वर्षों में कई आतंकवादी हमले हो चुके हैं।'
उन्होंने बालाकोट में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक में आतंकियों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाए जाने की बातों पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि इसमें कोई नहीं मारा गया। यहां तक कि कोई अंतरराष्ट्रीय एजेंसी भी यह साबित नहीं कर पाई कि वहां 200 से अधिक आतंकी मारे गए। बालाकोट एयर स्ट्राइक को 'सुनियोजित साजिश' करार देते हुए वाघेला ने कहा, 'यह तो होना ही था।' यहां उल्लेखनीय है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए, इस पर कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं दिया गया है, लेकिन बीजेपी के कई नेता अनाधिकारिक तौर पर इसमें 200 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की बात कहते रहे हैं। यहां तक कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी एक रैली के दौरान ऐसा कहा था।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, 'पुलवामा हमले को लेकर अगर किसी तरह की खुफिया सूचना थी तो इसे रोकने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया? सरकार को अगर बालाकोट में (जैश के) आतंकी कैंपों के बारे में जानकारी थी तो पहले कार्रवाई क्यों नहीं की गई? आखिर पुलवामा में जो कुछ भी हुआ, उसका इंतजार क्यों कर रहे थे?' जीवन के शुरुआती दिनों में आरएसएस से जुड़े रहे वाघेला ने साफ कहा, 'हर चीज में बीजेपी शामिल है। चुनाव जीतने के लिए वह धार्मिक टकराव को बढ़ावा दे रही है।' बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'बीजेपी का गुजरात मॉडल पूरी तरह झूठ है। राज्य कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहा है। बीजेपी के नेता नाखुश हैं। वे खुद को बंधुआ मजदूर की तरह समझ रहे हैं।'