UN में भारतीय दूत बोले- मनमोहन सरकार ने शुरू की थी मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की पहल
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन ‘‘जैश-ए-मोहम्मद’’ के सरगना मसूद अजहर को बुधवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। भारत के लिए यह एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के तहत उसे ‘‘काली सूची’’ में डालने के एक प्रस्ताव पर चीन द्वारा अपनी रोक हटा लेने के बाद यह कदम उठाया गया। भारत के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े, छोटे, सभी एकजुट हुए। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन करने के लिए सभी का आभार।’’
अकरूद्दीन ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण परिणाम है। हम कई वर्षों से इसके लिए लगे हुए थे। आज यह लक्ष्य हासिल किया गया है। इस मामले को लेकर पहली बार प्रयास 2009 में किया गया था। मैं उन सभी देशों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने हमारे इस प्रयास में हमारा साथ दिया। यह एक खुशी का दिन है। यह उन सभी लोगों के लिए बड़ा दिन है, जो आतंकवाद का विरोध करते हैं। कई देशों के हम आभारी हैं, जिन्होंने हमें समर्थन दिया। इनमें संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस तथा परिषद में व परिषद के बाहर कई अन्य देश शामिल है। साथ ही इंडोनेशिया के स्थायी प्रतिनिधि को धन्यवाद देना चाहूंगा। गौरतलब है कि वर्ष 2009 में यूपीए की सरकार थी। देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, “मुझे खुशी हुआ कि यह काम सफल हुआ।”