रोहित तिवारी मर्डर केस: अपूर्वा ने प्लान करके की थी हत्या
नई दिल्ली : रोहित तिवारी मर्डर केस मामले में हर दिन नई जानकारियां सामने आ रही है। रोहित तिवारी की पत्नी अपूर्वा शुक्ला को मर्डर के आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की पूछताछ में अपूर्वा ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने पुलिस के समक्ष ये स्वीकार किया है कि उसने सोच-समझ कर ये मर्डर प्लान किया था। उसने बताया कि रोहित के दूसरी महिला रिश्तेदार के साथ अनैतिक संबंध थे जिससे उसके एक बेटा भी था।
उसने पुलिस को आगे ये भी बताया कि उसे इस बात का डर था कि उसकी संपत्ति का बंटवारा उसके नाजायज बेटे के साथ कर दिया जाएगा। अपूर्वा ने बताया कि ये बात उसे अंदर ही अंदर खाए जा रही थी। दो दिन के पुलिस हिरासत में ली गई अपूर्वा ने अपने बयान में ये बात कबूली है। पुलिस से जुड़े सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि तिवारी की एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर उसके लिए बड़ा खतरा बनने वाली थी।
वह महिला अपने बेटे को लेकर अक्सर तिवारी को कहती थी कि ये आपके घर का ही तो बेटा है, वह रोहित की संपत्ति का बंटवारा अपने बेटे में भी करवाना चाहती थी। उस बच्चे के प्रति रोहित के लगाव ने मेरे शक को और भी मजबूत बना दिया।
अपूर्वा शुक्ल इंदौर की रहने वाली है और 2012-2014 में दिल्ली आई थी, वह यहां सुप्रीम कोर्ट में लॉयर की प्रैक्टिस कर रही थी। उसने बताया कि उसे राजनीति में जाने की बेहद इच्छा थी।
वह एक शादी समारोह में रोहित तिवारी से मिली थी वहीं से उसकी राजनीति में प्रवेश करने की इच्छा बलवती होती चली गई। कुछ समय तक एक दूसरे को डेट करने के बाद अपूर्वा ने रोहित को शादी के प्रपोज किया। 11 मई 2018 को इन दोनों ने शादी कर ली, लेकिन इनकी शादी लंबी नहीं चली और 29 मई को अपूर्वा अपने पेरेंट्स के घर चली गई।
जुलाई में वह तिवारी को तलाक देने के मकसद से वापस दिल्ली आई। उस समय रोहित तिवारी मैक्स अस्पताल में किसी बीमारी के कारण भर्ती था। अपूर्वा अस्पताल में ही चली गई और उन दोनों के बीच लड़ाई भी हुई। हालांकि यहां दोनों के बीच समझौता हो गया और दोनों ने एक दूसरे को एक और मौका देने का फैसला किया। इन दोनों ने दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में रहना शुरू कर दिया।
अपने रिश्ते को एक और मौका देने के बाद भी अपूर्वा खुश नहीं थी। उसने बताया कि रोहित और उसके परिवार के साथ खुश नहीं थी। उसने कहा कि वह अपनी सास उज्जवला सिंह के व्यवहार से बेहद नाखुश थी। वह अपना अधिकार चलाती थी और अपने मुताबिक चीजें करवाती थी।
उसने बताया कि वह बिना अपनी सास की मर्जी के अपने कमरे का पर्दा भी बदल नहीं सकती थी। मुझे घर चलाने के लिए नाप-तौल कर पैसे दिए जाते थे, मुझे घर पर भरपूर सम्मान भी नहीं दिया जाता था।
उसने बताया कि मैं उसे मारने के अपने फैसले पर अटल थी। वह काफी क्रूर था और मुझसे प्यार नहीं करता था। अपने अफेयर को लेकर अफसोस जताने के बजाय वह मुझसे लड़ता था। वह मेरे पेरेंट्स को गालियां देता था और उसकी मां भी मेरे घरवालों को ताना देती रहती थी। मैंने उससे शादी की थी तो मैंने इस तरह की लाइफ का सपना नहीं देखा था।