नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी) की सांसद मीनाक्षी लेखी की अवमानना याचिका पर एफिडेविट दाखिल किया है। मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राफेल मामले में दिए गए आदेश पर टिप्पणी करने के लिए राहुल गांधी के लिए अवमानना याचिका दायर की थी।

वहीं, केंद्र सरकार ने राफेल मामले की समीक्षा पर सुनवाई स्थगित करने के पत्र को प्रसारित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से सहमति मांगी है। केन्द्र सरकार ने याचिकाओं पर जवाब दाखिल करने की जरूरत को आधार बताया है।

बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिले नोटिस पर कहा था कि राफेल करार के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की गई अपनी टिप्पणी के सिलसिले में राहुल गांधी द्वारा ‘खेद’ प्रकट करना दिखाता है कि उन्होंने ‘अपना दोष मान लिया’ है। लेखी ने जोर देकर कहा था कि राहुल द्वारा अपना ‘दोष मानने’ का साफ मतलब है कि ‘यह अदालत की अवमानना है’।

बता दें कि राहुल गांधी के राफेल मामले पर अदालत की बात को गलत तरीके से पेश करने संबंधी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को दो बार नोटिस जारी किया था। बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह राहुल गांधी के जवाब से खुश नहीं है। मामले की अगली सुनवाई की अगली तारीख 30 अप्रैल तय की गई है।