नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि हमने सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए राज्य में गठबंधन किया है. उन्होंने कहा कि गठबंधन के कारण सपा और बसपा दोनों को राष्ट्रहित में अपनी सीटों की कुर्बानी देनी पड़ी है.

पीटीआई को दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का एजेंडा बीजेपी को हराना नहीं है. वे उत्तर प्रदेश में 2022 में मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम कर रहे हैं. अखिलेश यादव ने एक दिन पहले ही कांग्रेस पर अहंकारी होने और घोखेबाज होने का आरोप लगाया था.

अखिलेश यादव ने कहा कि दोनों पार्टियों ने देश के लिए कुर्बानी दी है. हमने अपनी आधी सीटें सिर्फ इसलिए छोड़ दी है ताकि सांप्रदायिक बीजेपी फिर से सत्ता में न आने पाए.

प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में कहा था कि 23 मई को नतीजे आने के बाद एसपी-बीएसपी का गठबंधन टूट जाएगा. इस पर अखिलेश ने कहा कि इससे बीजेपी को क्या लेना देना है? वे इतने परेशान क्यों है? उत्तर प्रदेश में हम काफी मजबूत हैं. बीजेपी का अता-पता भी नहीं है. अखिलेश ने दावा किया कि ये जमीनी हकीकत है और बीजेपी गठबंधन से काफी पीछे चल रही है.

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गठबंधन को महा मिलावट कहने पर अखिलेश ने कहा कि अगर ऐसा है तो फिर 38 पार्टियों से गठबंधन करने वाली बीजेपी को हम क्या कहें. अखिलेश ने कहा कि हम मुख्य मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं और जनता को गठबंधन में एक उम्मीद नजर आ रही है।