नई दिल्‍ली : बड़े दलित नेता के तौर पर पहचान रखने वाले उद‍ित राज ने बीजेपी छोड़ दी है। उन्‍होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इसे दिल्‍ली में बीजेपी के लिए बड़े झटके की तरह देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी दलित नेता के तौर पर पहचाने जाने वाले उदित राज को अपने साथ जोड़े रखना चाहती थी। लेकिन वह लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। पार्टी के दिग्‍गज नेताओं ने उन्‍हें मनाने का प्रयास भी किया था, पर वह अपनी मांग पर अड़े रहे, जिसका नतीजा अंतत: उनके बीजेपी से अलग होने और कांग्रेस से जुड़ने के रूप में सामने आया।

उदित राज फिलहाल नॉर्थ-वेस्‍ट दिल्‍ली से सांसद हैं। 2014 के चुनाव में उन्‍होंने बीजेपी के टिकट पर यहां से जीत दर्ज की थी। वह एक बार‍ फिर यहां से टिकट चाहते थे, पर बीजेपी ने उनकी बजाय यहां से गायक हंसराज हंस को मैदान में उतारा है, जिसकी घोषणा पार्टी ने मंगलवार को की। हालांकि ऐसी अटकलें पहले से लगाई जा रही थीं कि इस बार उदित राज का टिकट कट सकता है और पार्टी किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है। टिकट नहीं मिलने की अटकलों के बीच उदित राज की नाराजगी खुलकर सामने आई थी। उन्‍होंने कई ट्वीट कर और प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के जरिये अपनी नाराजगी का इजहार किया था। उन्‍होंने यह भी कहा कि उन्‍हें टिकट नहीं मिलने से देशभर के उनके दलित समर्थकों में रोष है।