एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में बजरंग पुनिया ने जीता गोल्ड
जियान (चीन): एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और अपने भारवर्ग में दुनिया के नंबर-1 पहलवान बजरंग पुनिया ने यहां जारी एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में मंगलवार को स्वर्ण पदक जीत लिया, जबकि प्रवीण राणा को अपने वर्ग में रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले बजरंग ने 65 किग्रा भार वर्ग में कजाकिस्तान के सायातबेक ओकासोव को हराया। बजरंग ने फाइनल मुकाबले में ओकासोवा को 12-7 से हराया। बजरंग ने 2-7 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी कर स्वर्ण अपने नाम नाम किया।
बजरंग ने पहले राउंड में श्रीलंका के डिवोशन चार्ल्स फर्नाडो को 10-0 और क्वार्टर फाइनल में ईरानी पहलवान पेईमैन बियोकागा बियाबानी को 6-0 से हराया था। उन्होंने उज्बेकिस्तान के सिरोजिदिन खासानोव को 12-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। बजरंग ने यह पदक अपने देशवासियों को समर्पित करते हुए कहा, 'मैं नई तकनीकों को अपनाने की ट्रेनिंग ले रहा हूं। मुझे खुशी है कि मैं उसे यहां अमल में ला सका। मैं यह मुकाबला और स्वर्ण पदक जीतने पर बहुत खुश हूं।'
उन्होंने साथ ही कहा, 'अभी मेरे पास करने के लिए बहुत कुछ है। मेरा ध्यान अब विश्व चैंपियनशिप की तैयारियों पर है, जो एक ओलंपिक क्वालीफायर भी है।' बजरंग के गुरु और लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर दत्त ने इस सफलता पर अपने शिष्य को बधाई दी है। योगेश्वर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा, 'एशियाई चैंपियनशिप-2019 में स्वर्ण पदक जीतने पर आपको ढेरों शुभकामनाएं बजरंग बेटा। 2017 के बाद ये आपका दूसरा स्वर्ण है। हम सब को गर्व है आप पर, इसी तरह आगे बढ़ते रहें और टोक्यो ओलंपिक-2020 में भी देश का ध्वज ऊंचा करो।'
बजरंग का एशियाई चैंपियनशिप में यह दूसरा स्वर्ण और कुल पांचवां पदक है। उन्होंने 2017 में भी स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा उन्होंने 2013 और 2018 में कांस्य तथा 2014 में रजत पदक जीता था। बजरंग के अलावा प्रवीण राणा को 79 किग्रा के फाइनल में ईरान के बहमान मोहम्मद तैमूरी से 0-3 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। प्रवीण ने 2012 एशियाई चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था।
सत्यव्रत कादियान ने 97 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया। सत्यव्रत क्वार्टर फाइनल में हार गए थे, लेकिन उन्हें हराने वाले मंगोलियाई पहलवान के फाइनल में पहुंचने के कारण सत्यव्रत को कांस्य पदक मुकाबले में उतरने का मौका मिला। सत्यव्रत ने कांस्य पदक मुकाबले में चीन के होआबिन गाओ को 8-2 से हराकर अपना तीसरा एशियाई पदक जीता। उन्होंने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक अपने नाम किया था।
57 किग्रा भार वर्ग में रवि कुमार भी कांस्य पदक मुकाबले में पहुंचने में सफल रहे। रवि ने रेपचेज में ताइपे के चिया सो लियू को 4-0 से हराकर कांस्य पदक मुकाबले में जगह बनाई। रजनीश 70 किग्रा भारवर्ग में हारकर पहले ही बाहर हो गए। भारत ने इस चैंपियनशिप के लिए 30 सदस्यीय दल भेजा है। भारत को पिछली बार इस प्रतियोगिता में आठ पदक हासिल हुए थे।