नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिम दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद और दलित नेता डॉ. उदित राज ने विद्रोह के संकेत दिए है। दरअसल, अभी तक उनके नाम की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी को सीट से उनके नामांकन की घोषणा करनी चाहिए, उम्मीद है कि भाजपा दलितों को धोखा नहीं देगी। रविवार को बीजेपी ने दिल्ली की 4 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था।

उदित राज ने ट्वीट किया, 'अमित शाह जी आपसे कई बार बात करने की कोशिश की, मैसेज भी भेजा एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से भी बात करने की कोशिश की। मनोज तिवारी जी लगातार कहते रहे है कि टिकट मेरा ही होगा, निर्मला सीतारमण जी से भी कोशिश की लेकिन बात नही हो सकी और अरुण जेटली जी से भी आग्रह किया।'

उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी पार्टी विलय की, पूरे देश से मेरे करोड़ों समर्थक मेरी टिकट को लेकर बेचैन हैं। उत्तर पश्चिम दिल्ली से मेरा नाम अभी तक घोषित नही किया। आखिर में मैं बीजेपी से उम्मीद करता हूं कि वह दलितों को धोखा नहीं देगी।'

भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। डॉ. हर्षवर्धन को चांदनी चौक सीट से, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी को, पश्चिम दिल्ली से प्रवेश वर्मा को और दक्षिण दिल्ली सीट से रमेश बिधूड़ी को चुना गया।

उत्तर-पश्चिम दिल्ली संसदीय सीट एससी आरक्षित सीट है। पूर्व आईआरएस अधिकारी उदित राज ने 2003 में सिविल सेवा छोड़ दी थी और भारतीय न्याय पार्टी (IJP) का गठन किया था। 2009 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने उत्तर प्रदेश में नगीना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन समाजवादी पार्टी के यशवीर सिंह से हार गए थे। राज ने 2014 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले भाजपा के साथ अपनी पार्टी का विलय कर लिया और उत्तर-पश्चिम दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी की राखी बिड़ला को हराया।