सेहत के लिए दौड़े लखनऊवासी, पूनम सिन्हा ने दिखाई झण्डी
लखनऊ। रविवार की सुबह कुछ खास थी, सुबह 4 बजे ही गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क के गेटपर रोज से ज्यादा हलचल थी, देखते ही देखते तकरीबन 1500 युवा, बच्चे और बुजुर्ग पार्क के गेट नम्बर एक पर एकत्रित हो चुके थे और ठीक पांच बजे ये सभी लोग एक साथ दौड़े तो नजारा देखने वाला था। जोश, उत्साह और सेहत के प्रति सचेत बच्चे, युवा और बुजुर्गों ने एक साथ इनोवेशन वेलफेयर सोसायटी (आईडब्लूएस) की ओर से हुई मैराथन ‘लखनऊ हेल्थ रन’ में दौड़कर पूरे शहर को अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय शहर के लोगों को ‘लखनऊ हेल्थ रन’ का इंतजार था। 21 अप्रैल रविवार को वो दिन आ गया और सेहत के प्रति जागरूकता फैलाने वाली ये ‘लखनऊ हेल्थ रन’ शुरू हुई। इसमें पढ़ाई करने वाले बच्चे भी थे, नौकरी करने वाले युवा भी और नौकरी से रिटायर हो चुके बुजुर्ग भी ‘लखनऊ हेल्थ रन’ का हिस्सा बने। इनोवेशन वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव मो. बदर ने बताया कि ‘लखनऊ हेल्थ रन’ में सभी का उत्साह देखने वाला था। किड्स रन तीन किलोमीटर के साथ ही पांच किलोमीटर और 10 किलोमीटर दूरी की मैराथन हुई। ‘लखनऊ हेल्थ रन’ का पहला वर्ग ‘किड्स मैराथन’ है। जिसमें बच्चें 3 किलोमीटर की दौड़ लगायी। बच्चों की ये रन जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नम्बर 1 से शुरू होकर गेट नम्बर 3 तक गई। इसके बाद वहीं से वापस गेट नम्बर 1 पर आकर रन पूरी हुई। ‘लखनऊ हेल्थ रन’ में दूसरा वर्ग ‘पांच किलोमीटर’ मैराथन का है। जो 1 नम्बर गेट से शुरू हुई। फिर मैराथन गेट नम्बर 6 पर बने प्वाइंट से यूटर्न लेकर गेट नम्बर एक पर वापस आयी। इसी में मैराथन का तीसरा वर्ग ‘10 किलोमीटर’ का था। ये मैराथन भी जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नम्बर से शुरू हुई और गेट नम्बर 6 तक गई और वहीं से यूटर्न लेकर वापस गेट नम्बर 1 पर आकर मैराथन पूरी हुई। किड़स रन को सचिव मो. बदर, पांच किलोमीटर की दौड़ को आरजे मयंक एवं जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव बीआर वरुण एवं दस किलोमीटर की रेस को यूपी ओलम्पिक एसोसिएशन के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट सैयद रफत ने फ्लैग दिखाकर रवाना किया। रन में तकरीबन सुबह 7 बजे लखनऊ संसदीय सीट से महागठबंधन की प्रत्याशी पूनम सिन्हा भी शामिल हुई।
परिवार भी एक साथ दौड़े
‘ लखनऊ हेल्थ रन’ में सेहत के प्रति लखनऊ के लोग खूब सचेत दिखे। मैराथन में कई परिवार भी एक साथ दौड़े। माता-पिता, भाई-बहन सभी में सेहत के प्रति विशेष आकर्षण दिखा। मैराथन में आये सभी लोगों को एक बिब नम्बर दिया गया था। जिसमें प्रतिभागी ने कितने समय में अपनी दौड़ पूरी की ये जानकारी उन्हे रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर रेस पूरी करते ही मिल गई।