रायपुर: छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण के मतदान से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के रायपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी ने कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दे दिया है. इससे नाराज बसपा ने कांग्रेस पर खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस नेताओं के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बसपा के रायपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी खिलेश्वर साहू ने सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशी प्रमोद दुबे को समर्थन देने की घोषणा की. इस दौरान साहू ने कहा कि उसके पास पर्याप्त पार्टी कार्यकर्ता और फंड नहीं है. उन्हें चुनाव के लिए बसपा से कोई फंड नहीं मिला है तथा बसपा के सभी कार्यकर्ता चुनाव प्रचार के लिए जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र में हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार का काम पसंद हैं और उन्होंने रायपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमोद दुबे को अपना समर्थन देने का फैसला किया है. इधर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने बसपा के उम्मीदवार को लालच दिया है तथा उस पर दबाव डाला है.

पोयाम ने कहा कि वह कांग्रेस के इस कृत्य की निंदा करते हैं. यह कार्य लोकतंत्र के लिए खतरा है. पोयाम ने कहा कि इससे बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल कम नहीं होगा और वह रायपुर निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के लिए प्रचार करना जारी रखेंगे. पार्टी प्रत्याशी के इस कदम के बावजूद पार्टी को वोट मिलेगा. बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि खिलेश्वर साहू द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा के बाद पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दुबे के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. पोयाम ने बताया कि पार्टी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत की है कि उनके रायपुर लोकसभा प्रत्याशी खिलेश्वर कुमार साहू को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी प्रमोद दुबे ने खरीद-फरोख्त कर अपने समर्थन में कर लिया है. बसपा इसकी निंदा करती है और साथ ही यह मांग करती है कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे पर चुनाव लड़ने से रोक लगाई जाए. साथ ही खिलेश्वर साहू और प्रमोद दुबे के खिलाफ खरीद-फरोख्त कानून के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जाए.

इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बसपा प्रत्याशी को खरीदने का आरोप लगाया है. भाजपा प्रवक्ता और विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा है कि बसपा खुद शिकायत कर रही है कि कांग्रेस ने उसका प्रत्याशी खरीद लिया है तब इसकी जांच पड़ताल होनी चाहिए कि कांग्रेस ने बसपा के उम्मीदवार को कितने में खरीदा है. शर्मा ने कहा है कि प्रत्येक मामले की एसआईटी जांच करवाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मामले की जांच के लिए भी एसआईटी गठित कर दें. भाजपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि बसपा के प्रत्याशी का चुनाव खर्च भी कांग्रेस प्रत्याशी के खर्च में शामिल किया जाए. भाजपा के आरोप के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि साहू ने स्वेच्छा से कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन देने का फैसला किया है. कांग्रेस ने साहू को पार्टी में शामिल नहीं किया है और न ही वह कांग्रेस में शामिल हुए हैं. विपक्षी दल इस मामले में खरीद फरोख्त के झूठे आरोप लगा रहे हैं.