गुरुग्राम: हरियाणा के गुड़गांव में शनिवार (6 अप्रैल, 2019) को हिंदू त्योहार नवरात्रि के पहले दिन दर्जनभर से ज्यादा तलवारधारी गुंडों ने इलाके में जबरन मांस की दुकानें बंद करा दीं। मामला जिले के डूंडाहेड़ा इलाके का है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया वह भयानक मंजर था। तलवारधारियों ने भगवा रंग के कपड़े पहने थे। वो शेर-ए-पंजाब होटल के पास मुख्य डूंडाहेड़ा मार्ग पहुंचे और वहां मौजूद मांस की दुकान बंद करने की मांग की। दुकानों के मालिकों से कहा गया कि वो अपनी दुकानें बंद करें।

वहां मांस की दुकान चला रहे मुनीस-उल-रहमान ने बताया कि वो सुबह के वक्त आए और हमसे दुकानें बंद करने को कहा। मुनीस ने बताया कि वो बिहार के दरभंगा निवासी है और साल 2010 से दुकान चला रहे हैं। उन्होंने आगे बताया, ‘मुझे पता है नवरात्रि साल में दो बार आती है। दशहरा के दौरान हम हमेशा से अपनी दुकानें बंद करते रहे हैं मगर कभी साल में इस दौरान आने वाली नवरात्रि पर दुकानें बंद करने के लिए नहीं कहा गया। ऐसा पहली बार है जब इस तरह की घटना घटी हो।’

रहमान कहते हैं, ‘दुकान चलाकर दिन में एक हजार रुपए तक कमा लेते हैं। वो लोग मेरे पास आए और दुकान बंद करने को कहा। अन्य दिनों में तो वो जमकर चिकन खाते हैं’ चश्मदीद गवाह ने बताया, ‘मांस की सभी दुकानों को बंद करने के कहा गया था। दुकानों के पास एक दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे, सभी दुकानों को बंद कर दिया गया।’

वहीं भगवा ग्रुप ने टीओआई से कहा कि वो यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध थे कि नवरात्रि के दौरान अवैध मांस की दुकानें नहीं खुलेंगी। इन लोगों ने यह भी कहा कि वो गुड़गांव के डिप्टी कमिश्नर और एमसीजी कमिश्नर से बुधवार को मिले थे ताकि ऐसे स्टॉलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा सके।

मामले में अखिल भारतीय हिंदू क्रांति दल के प्रवक्ता राजीव मित्तल ने कहा, ‘वर्तमान में हम गुड़गांव में एक बैनर के तहत काम कर रहे हिंदू राष्ट्रवादी समूहों का रोस्टर हैं। डूंडाहेड़ा में यह अभियान हिंदू सेना के सदस्य राकेश बंजारा द्वारा चलाया गया था।’

राजीव मित्तल ने आगे कहा कि हम गुड़गांव में अधिकारियों से मिल रहे हैं और उनसे सभी मांस की दुकानों को बंद कराने का अनुरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में अनुमानित दस हजार मांस कि दुकानें हैं और इनमें से महज 129 के पास वैध लाइसेंस हैं।