खून की कमी, डायबिटीज, अल्सर, ट्यूमर, बीपी, गठिया को जड़ से खत्म करे सहजन
सहजन (Drumstick tree) एक उपयोगी पेड़ है। इसे सुजना, सेजन और मुनगा आदि नामों से भी जाना जाता है। इसके फल और पत्तियों का इस्तेमाल सब्जी बनाने के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा में इसका प्रयोग जड़ी-बूटी के रूप में भी किया जाता है। सहजन में प्रोटीन, ऑयरन, बीटा कैरोटीन, अमीनो एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटीमिन ए, सी और बी काम्प्लेक्स जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो आपको कई प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।
सहजन के बारे में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इस पौधे के सभी हिस्से छाल, जड़ें, पत्ते, फूल, बीज और फली पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरे होते हैं। इस पौधे के अनगिनत स्वास्थ्य लाभ हैं और इस पूरे पेड़ में कई गंभीर बीमारियों के इलाज की क्षमता है। पारंपरिक चिकित्सा में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। चलिए जानते हैं इससे आपको क्या-क्या फायदे होते हैं और इसके फायदे पाने के लिए इसका कैसे इस्तेमाल करें।
1) खून की कमी को पूरा करने में सहायक
इसकी पत्तियों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा मात्रा में किया जाता है। इनमें पालक से 3 गुणा ज्यादा आयरन होता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। अगर आप खून की कमी से पीड़ित हैं, तो आपका इसका उपयोग करना चाहिए।
2) अल्सर, गठिया, ट्यूमर, ब्लड प्रेशर के लिए लाभदायक
सहजन के पत्ते प्राकृतिक तरीके से ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं, जो लंबे समय तक चलता है। यह अल्सर को ठीक करने, ट्यूमर को प्रतिबंधित करने, गठिया के दर्द को कम करने, सूजन को कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी मददगार होते हैं।
3) एचआईवी मरीजों के लिए लाभदायक
आहार के रूप में सहजन का इस्तेमाल करने से शरीर का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है जिससे आपको बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है। यह इम्यून को बढ़ाता है और एड्स पीड़ित रोगियों को भी इसे खाने की सलाह दी जाती है।
4) आंखों की रौशनी बढ़ाने में मददगार
सहजन का पेड़ विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन का भंडार है। यह आंखों की रौशनी बढ़ाकर आंखों से जुड़े विकारों से जैसे कम दिखना, धुंधला दिखना, पास-दूर का देखने की समस्या को कम करता है।
5) कोलेस्ट्रॉल लेवल करता है कम
खराब जीवनशैली और बाहर का जंक फूड खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है, जिससे आपको दिल से जुड़े विकार हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से सहजन का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
6) डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक
डायबिटीज के मरीजों को किसी भी कीमत पर सहजन के पत्तो और फलों का सेवन करना चाहिए। इसमें ब्लड शुगर लेवल को कम करने की क्षमता होती है। ध्यान रहे कि डॉक्टर की सलाह पर ही पत्तियों का इस्तेमाल करें।
इस बात का रखें ध्यान
सहजन के पत्तों का कोई दुष्प्रभाव अभी तक नहीं बताया गया है। इसलिए, इसका सेवन बच्चों और वयस्कों द्वारा किया जाना सुरक्षित है। आजकल, भोजन की पोषक तत्व को बढ़ाने के लिए दलिया, पास्ता और ब्रेड में इसका उपयोग किया जाता है।