अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफिले की कार में मिले 1.80 करोड़ रुपये!
नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपने काफिले में 1.80 करोड़ रुपये मिलने के आरोपों को गलत बताया है। पेमा खांडू ने कहा है कि यह पूरी तरह गलत है और 'कैश फॉर वोट' का काम कांग्रेस करती रही है। पेमा खांडू ने कहा कि चुनाव आयोग मामले की जांच कर रही है और जल्द सबकुछ सामने आ जाएगा। पेमा खांडू ने साथ ही कहा, 'हमें जानकारी मिली है कि यह बीजेपी उम्मीदवार के कार से मिला है।'
वहीं, अरुणाचल प्रदेश के प्रसिडेंट तापिर गाव ने कांग्रेस के आरोप पर कहा, 'वो बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर डांगी पेर्मे (मेबो लोकसभा क्षेत्र) और उसके साथ कोई पूर्व विधायक का व्यक्तिगत कार में अपना पैसा है। उसमें तो न पेमा खांडू का नाम है न मेरा नाम है। यह बीजेपी का पैसा नहीं है।'
इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया किया कि पेमा खांडू के काफिले की एक कार से आधी रात को 1.80 करोड़ रुपये मिले हैं। कांग्रेस ने कथित बरामदगी के मामले में दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से पहले यह पैसा मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाला था और इसके लिए मोदी, खांडू, उप मुख्यमंत्री चाउना माइन एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तापिर गाव के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को तत्काल हटाया जाना चाहिए और पश्चिम अरुणाचल लोकसभा क्षेत्र से तापिर गाव की उम्मीदवारी तत्काल रद्द की जानी चाहिए। कांग्रेस के इस आरोप पर फिलहाल भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सुरजेवाला ने कहा, 'अरुणाचल में पासीघाट के निकट मुख्यमंत्री के काफिले की जांच होने पर कुल 1.8 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। इससे जुड़े सनसनीखेज वीडियो सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों पर उपलब्ध हैं। दो बातें साफ होती हैं। पहली यह, कि पैसा पेमा खांडू का है। दूसरी यह, कि चुनाव आयोग की पर्यवेक्षक की मौजूदगी में यह बरामदगी हुई है।'
उन्होंने कहा, 'रात 12 बजे रूपया बरामद होता है और बुधवार की सुबह पासीघाट में प्रधानमंत्री मोदी की रैली होती है। इससे बड़े सवाल खड़े होते हैं। क्या यह पैसा चुनाव प्रचार के लिए जा रहा था?’
सुरजेवाला ने कहा, 'यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है। वोट दो, नोट लो… यह मोदी जी का नारा है। क्या वोट खरीदकर चुनाव जीतना चाहते हैं? क्या यह पैसा मोदी की पासीघाट की रैली के लिए और वोटरों को देने के लिए ले लाया जा रहा था?’
उन्होंने सवाल किया, 'यह कालाधन है या सफेद धन है? अगर यह धन वोटरों को लुभाने और प्रधानमंत्री की रैली के लिए ले लाया जा रहा था तो फिर क्या यह साबित नहीं हुआ कि एक ही चौकीदार चोर है? क्या यह जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन नहीं है? क्या यह अपराध नहीं है?’
सुरजेवाला ने कहा, 'अगर यह सही है तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के खिलाफ मुदकमा दर्ज नहीं होना चाहिए? चुनाव आयोग क्या कर रहा है? क्या वह सो रहा है? क्या सीबीआई, ईडी और दूसरी एजेंसियां सो रही हैं? क्या चुनाव आयोग को प्राथमिकी दर्ज नहीं करा देनी चाहिए थी?’
कांग्रेस नेता ने कहा, 'हमारी मांग है कि इस पूरे मामले में खासतौर पर तीन लोग- मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। अगर प्रधानमंत्री को यह पता था तो वह भी जिम्मेदार हैं।' उन्होंने कहा कि तापिर गाव की उम्मीदवारी रद्द की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री को हटाया जाना चाहिए।