काशी को भी नहीं मिला स्मार्ट सिटी का पैसा
कांग्रेस ने मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना को 'फ्लॉप' करार दिया
नई दिल्ली: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्मार्टसिटी परियोजना को 'फ्लॉप' करार दिया है. पार्टी ने कहा कि मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को भी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए महज 8.63 प्रतिशत राशि जारी की है. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर कहा कि देश में 100 स्मार्ट शहर बनाने की इस योजना पर मोदी सरकार ने 5 साल में मात्र 7 प्रतिशत राशि जारी की है. इस हिसाब से इस परियोजना को पूरा होने में 52 साल लगेंगे.
सुरजेवाला ने कहा कि काशी को क्योटो बनाने का दावा करने वाले मोदी ने वाराणसी स्मार्ट सिटी मिशन के लिए महज 8.63 प्रतिशत राशि जारी कर इसका हक छीना है. उन्होंने आरटीआई में आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय से मिली जानकारी के आधार पर कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन को लेकर सरकार की वित्तीय उपेक्षा के कारण इस योजना ने 5 साल में दम तोड़ दिया. इस योजना के लिए सरकार को 2.7 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि जारी करनी थी, लेकिन सिर्फ 14882 करोड़ रुपए ही जारी किए गए.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस सरकार के लिए शहर बसाने और घर बनाने के बदले जुमला बनाना आसान रहा है. स्मार्ट सिटी मिशन भी नरेंद्र मोदी सरकार का नया जुमला साबित हुआ है. सरकार को खुद स्मार्ट सिटी परियोजना की मौजूदा स्थिति की जानकारी नहीं है. आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय ने यह स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि काशी के अलावा मुंबई, दिल्ली, गाजियाबाद सहित तमाम प्रमुख शहरों के साथ सरकार ने इस योजना में अन्याय किया. दिल्ली को लगभग 2000 करोड़ रुपए की जगह मात्र 196 करोड़ रुपए मिले.