मेरठ में मोदी ने सपा-रालोद-बसपा गठबंधन की तुलना शराब से की
गरीबों को 72000 रूपये देने वाली स्कीम भी उड़ाया मज़ाक़
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मेरठ से अपने चुनावी अभियान का शंखनाद किया और उत्तर परदेश में महागठबंधन की तुलना शराब से कर डाली| पीएम मोदी ने कहा कि यह शराब आपको बर्बाद कर देगी| रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, 'सपा का स, रालोद का रा और बसपा का ब मतलब सराब, ये शराब आपको बर्बाद कर देगी'. पीएम ने कहा कि यूपी में तो सब कुछ इतनी जल्दी-जल्दी हो रहा है कि पूछिए मत. दो लड़कों से बुआ-बबुआ तक पहुंचने में जो तेजी दिखाई गई है, वो गजब है.
पीएम मोदी ने कहा- इस चौकीदार ने कहा था कि सबको हिसाब दूंगा और सबका हिसाब लूंगा। मोदी बोले एनडीए का काम तो रखूंगा ही और विरोधियों से पूछूंगा कि जब आप सरकार में थे तो नाकाम क्यों रहे, क्यों देश का भरोसा तोड़ा। एक तरफ विकास का ठोस आधार है, तो दूसरी तरफ न नीति है न विचार है और ना ही कहीं नीयत नजर आती है। एक तऱफ फैसले लेने वाली सरकार है तो दूसरी तरफ फैसले टालने वाला इतिहास मौजूद है।
मोदी बोले, वंशवाद और भ्रष्टाचार का बोलबाला है, एक तरफ दमदार चौकीदार है दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है। साथियों, हमारा विजन नए भारत का है ऐसे भारत का जो अपने गौरवशाली अतीत के अनुरुप ही वैभवशाली होगा। एक ऐसा भारत जिसकी नई पहचान होगी, जहां सुरक्षा समृद्धि और सम्मान के संस्कार होंगे। सुरक्षा देश के दुश्मनों से, सुरक्षा आतंकवाद से, सुरक्षा भ्रष्टाचार से, सुरक्षा बीमारी से, समृद्धि- ज्ञान, विज्ञान, आचार-व्यवहार की, सम्मान श्रम का, सम्मान काम का, सम्मान बेटियों का, सम्मान देश के मान का अभिमान का। इस देश में सिर्फ नारे लगाने वाली सरकारें बहुत देखीं हैं लेकिन पहली बार एक ऐसी निर्णायक सरकार भी देख रहा है जो अपने संकल्प को सिद्ध करना जानती है।
अपने भाषण में चुनाव आयोग के निर्देशों की परवाह न करते हुए पीएम मोदी ने सेना का भी अपरोक्ष रूप से ज़िक्र कर डाला| मोदी ने कहा, जमीन, आसमान या फिर अंतरिक्ष आपके इस चौकीदार की सरकार ने हर जगह सर्जिकल स्ट्राइक का साहस दिखाया है।
मोदी ने गरीबों को हर वर्ष 72000 रूपये की मिनिमम इनकम गारंटी देने वाली कांग्रेस की न्याय योजना का भी मज़ाक़ उड़ाते हुए कहा कि जो लोग गरीबों का खाता 70 साल में खुलवा सके वे कहते हैं कि वे खाते में पैसा डालेंगे. कोई भरोसा करेगा।
विपक्ष के गठबंधन को महामिलावट बताते हुए मोदी ने कहा, उन पुराने दिनों को याद कीजिए, और बताइए इन महान मिलावटी लोगों की सरकार जब दिल्ली में थी तब दिल्ली में आए दिन बम धमाके होते थे या नहीं? आतंकियों को संरक्षण देते थे, आतंकियों को जात पहचान देखते थे, उस आधार पर तय करते थे कि आतंकियों को बचाना है या सजा देनी है। बताइए ऐसा होता था कि नहीं? मुझे बताया गया है कि यहां जो मेऱठ में विरोधी दलों के जो उम्मीदवार हैं उन्होंने आतंकियों के लिए करोड़ों रुपए का ऐलान कर दिया था। सोचिए, महा मिलावट किए ये लोग किस हद तक जा सकते हैं। ये महा मिलावटी लोग भष्टाचारियों के साथ हैं। बेटियों को इंसाफ मिलता था क्या? इनकी सरकार में गुंडे और बदमाश बेलगाम थे या नहीं? अगर इन महा मिलावटी लोगों को जरा भी मौका मिल गया ये देश पुरानी स्थिति जाने में जरा भी देर नहीं लगने वाली। ये कितने बेचैन हैं, ये कितने बौखलाएं हैं, ये दो महीने से देश साफ साफ देख रहा है। जो लोग कुछ दिन पहले तक इस चौकीदार को चुनौती देते थे वे अब रोते फिर रहे हैं। मोदी ने ये क्यों किया? मोदी ने वो क्यों किया? ये मोदी ने पाकिस्तान में आतंकियों को घर में घुसकर क्यों मारा? ये मोदी ने आतंकियों के अड्डों को क्यों नष्ट किया? रो रहे हैं।