दूसरे वनडे में भी कंगारुओं ने पाकिस्तान को रौंदा, फिंच का लगातार शतक
शारजाह: ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच एकदम सही समय पर फॉर्म में लौट आए हैं। उन्होंने विश्व कप से पहले विरोधी टीमों को वॉर्निंग दे दी है कि जरा भी कमजोर समझने की गलती न करना। फिंच ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ मौजूदा वन-डे सीरीज में लगातार दूसरा शतक जमाया। उन्होंने रविवार को शारजाह में करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए नाबाद 153 रन बनाए। पहले वन-डे में उन्होंने 116 रन की पारी खेली थी। फिंच की सबसे खास बात यह रही कि ये दोनों शतक उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए जमाए। फिंच के साथी इस पारी को उनके करियर की सबसे बेहतरीन पारी करार दे रहे हैं।
आरोन फिंच के लगातार दो शतकों ने ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं का सिरदर्द बढ़ा दिया है। हाल ही में फिंच का प्रदर्शन काफी लचर चल रहा था। उन्हें टीम से बाहर करने की मांग चल रही थी। फिर टीम इंडिया के खिलाफ कुछ समय पहले संपन्न वन-डे सीरीज के अंतिम मुकाबलों में उन्होंने फॉर्म हासिल की। इसके बाद उन्होंने ऐसी बल्लेबाजी की, कि पाकिस्तानी कांप गए।
शारजाह के मैदान पर फिंच ने 143 गेंदों में 11 चौके और 6 छक्के की मदद से नाबाद 153 रन बनाए। उनकी पारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 285 रन का लक्ष्य 13 गेंद पहले ही हासिल कर लिया। कंगारू टीम ने सिर्फ दो विकेट गंवाए। वैसे, आपको बता दें कि फिंच का फॉर्म में लौटना ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए भी शुभ संकेत है। कंगारू टीम ने लगातार पांचवां वन-डे मैच जीता। इससे पहले उसने भारत को आखिरी तीन वन-डे में मात दी थी।
फिंच की पारी में तकनीक का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला। उन्होंने कई आकर्षक मैदानी शॉट्स लगाए, जिन्हें देखकर फैंस ने जरूर बहुत अच्छा महसूस किया। 32 वर्षीय फिंच के फॉर्म में लौटने से ऑस्ट्रेलिया के संघर्ष का वो दौर खत्म हो गया, जब डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की गैर-मौजूदगी में वह मैच नहीं जीत पा रही थी। याद हो कि बॉल टेंपरिंग में दोषी पाए जाने के कारण वॉर्नर और स्मिथ पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था, जो अब खत्म हो चुका है।
फिंच को उस्मान ख्वाजा के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला है। दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के पिछले पांच मैचों में चार शतकीय साझेदारियां की हैं। इसमें भारत के खिलाफ 193 रन और फिर रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ 209 रन की पार्टनरशिप शामिल हैं। इन दोनों ने वॉर्नर और स्मिथ की वापसी पर संकट के बादल जरूर मंडरा दिए हैं। असल में फिंच-ख्वाजा दोनों ही कुछ समय पहले तक रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि वॉर्नर और स्मिथ की जब वापसी होगी तो उन्हें उनकी नियमित पोजीशन पर खेलने का मौका दिया जाएगा।
फिंच के बारे में कहा जा रहा था कि उन्हें निचलेक्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा, जिससे टीम को फायदा पहुंचे। उन्होंने शुक्रवार को पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के पहले मैच से पूर्व 30 पारियों में एक भी शतक नहीं जमाया था।
अब फिंच फॉर्म में लौट आए हैं तो देखने वाली बात होगी कि ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता ओपनिंग के लिए वॉर्नर और उनमें से किसे चुनेंगे। एक बात तय है कि विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया का विजयी लय में लौटना अन्य टीमों के लिए खतरे की घंटी बन गया है।