चंद्रबाबू नायुडु ने जगनमोहन को गांजे का पौधा बताया
नई दिल्ली : देश में आम चुनाव के साथ-साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होना है, जिनमें आंध्र प्रदेश में शामिल है। यहां लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव एक साथ होने जा रहे हैं, जिसे देखते हुए चुनावी सरगर्मियां तेज हैं। इस दौरान नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है और उनके बयान निचले स्तर तक पहुंच जा रहे हैं। इसी क्रम में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने वायएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी को लेकर विवादित बयान दिया है।
नायडू एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, जब उन्होंने जगनमोहन पर हमला करते हुए उन्हें 'तुलसी के बगीचे में गांजा के पैधा' जैसा बताया। जगनमोहन के गृह जिले कड़पा के वुडवेल में रैली को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि यहां अन्नामय्या, वीर ब्रह्मेन्द्र स्वामी और योगी वामन जैसी कई महान विभूतियों का जन्म हुआ है और यह जिला तुलसी के बाग के समान है, लेकिन यहां गांजा का एक पौधा भी उग आया है, जो जगनमोहन रेड्डी हैं।
प्रदेश की समस्याओं के लिए जगनमोहन को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने मतदाताओं से अगले चुनाव में इस पार्टी का सफाया कर देने का आह्वान किया। जगनमोहन पर प्रदेश में हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए नायडू ने एक बार फिर कहा कि वह (जगनमोहन) 'क्राइम के ब्रांड एंबेसडर' हैं और देश के एकमात्र नेता हैं, जिनके खिलाफ 31 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने 15 मार्च को वायएसआर कांग्रेस के नेता व जगनमोहन के चाचा विवेकानंद रेड्डी की हत्या का जिक्र भी किया और कहा कि वह इसका लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं, पर वास्तव में इसके पीछे उनका ही हाथ है।
रैली को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, 'लोगों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि जिनके खिलाफ 31 मामले दर्ज हैं और जिन्होंने अपने चाचा को भी मार दिया, वे कुछ भी कर सकते हैं।' आंध्र के सीएम ने यह आरोप भी लगाया कि जगनमोहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डर से कांपते हैं और जेल जाने के डर से उनके खिलाफ कुछ भी नहीं बोलते, जबकि केंद्र की नीतियों के खिलाफ उन्होंने सबसे पहले आवाज उठाई। आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 और लोकसभा की 25 सीटों के लिए मतदान 11 अप्रैल को होगा, जबकि रिजल्ट 23 मई को घोषित होगा।