कुबेर की भाँति हमें पैसों का उचित प्रबंधन करना चाहिए: प्रवीण द्विवेदी
लखनऊ: एवोक इंडिया फाउंडेशन ने एलएमए, आईआईटी रुड़की एलुमनी एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रोटरी क्लब ऑफ़ लखनऊ खास और एएमएय़ू ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन के सहयोग से होली मिलन के साथ "वेल्थ विज़डम: मनी, मिथ्स एंड मायथोलॉजी" पर एक सत्र का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उपस्थित पदाधिकारियों तथा मुख्य अतिथि ने दीप प्रजवल्ति करके किया तथा फूलों की होली खेली।
24 मार्च 2019 को एवोक इंडिया फाउण्डेशन द्वारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एवोक इंडिया के अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार द्विवेदी जी ने वेदों , पुराणों तथा धार्मिक ग्रन्थों में निहित शिक्षा एंव ज्ञान के माध्यम से लोगों को सम्पत्ति से समृद्धि की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने आगे कहा कि लाभ की बजाय शुभ – लाभ तथा सम्पत्ति की बजाय सुख – सम्पत्ति के लिये लक्ष्मी माँ के साथ माँ सरस्वती का ध्यान आवश्यक है। साथ ही कहा कि धन के खजांची भगवान कुबेर की भाँति हमें पैसों का उचित प्रबंधन करना चाहिए।
इस अवसर पर सभी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश श्री आलोक रंजन जी ने कहा कि वित्तीय जागरुकता के बिना वित्तीय समावेश संभंव नहीं है तथा हमारी पौराणिक कथाओं में भी वित्त संबंधी बहुत सी शिक्षाएं प्राप्त होती हैं।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए श्री प्रवीण कुमार जी ने हमारे प्राचीन ग्रन्थों को वित्तीय शिक्षा की दृष्टि से भी सशक्त बताया।
एवोक इंडिया फाउंडेशन ने पिछले वर्षों में 200 से अधिक जागरुकता कार्यक्रम देश के लगभग 80 शहरों में किये, लगभग 9000 से अधिक लोगों तक वित्तीय जागरुकता का संदेश पहुँचाया , जिसमें समाज के विभिन्न वर्ग जैसे विद्यार्थी, चिकित्सक , प्रोफेसर्स, महिलाएं , युवा, सेवानिवृत लोग, पुलिस और लघु एवं मध्यम इकाईयाँ भी शामिल हैं।