चेन्नई: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार (13 मार्च) को चेन्नई पहुंचे। यहां उन्होंने स्टेला मेरिस महिला कॉलेज में छात्राओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस तरह 3000 महिलाओं के सामने खड़े होकर सवालों के जवाब क्यों नहीं देते? उन्होंने कहा कि इस समय देश में दो विचारधाराओं के बीच वैचारिक लडा़ई चल रही है। इस बीच राहुल गांधी को जब एक छात्रा ने ‘सर’ कहा तो उन्होंने कहा कि मुझे आप लोग सर नहीं राहुल कहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष ने छात्राओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आप में से कितने लोगों को उनसे (पीएम मोदी) सवाल पूछने का अवसर मिला है? पीएम शिक्षा के बारे में क्या सोचते हैं? आप लोगों का इस बारे में क्या मानना हैं? पीएम के पास 3000 महिलाओं के सामने खड़े होने और उनसे सवाल-जवाब करने की हिम्मत क्यों नहीं है?

राहुल ने कहा, महिलाओं को पुरुषों के बराबर होना चाहिए। सच कहूं तो मुझे शीर्ष स्तर पर पर्याप्त संख्या में महिलाएं नहीं दिखतीं। हम संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने जा रहे हैं और हम महिलाओं के लिए 33% सरकारी नौकरियां आरक्षित करने जा रहे हैं| उन्होंने कहा, मैंने अपनी माँ से विनम्रता का गुण सीखा है। कोई व्यक्ति कितना भी कमजोर हो, उसकी राय भी अनूठी हो सकती है और हर किसी को इसका हमेशा सम्मान करना चाहिए|

छात्राओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी को जब एक जब एक छात्रा ने ‘सर’ कहा तो राहुल ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि उन्हें ‘सर’ न कहकर ‘राहुल’ ही बुलाया जाए। वो इससे सहज महसूस करते हैं। इसके बाद छात्रा ने उनसे अगला सवाल पूछा और इस दौरान उन्हें ‘राहुल’ कहकर संबोधित किया।

राहुल गांधी ने कहा कि देश में इस समय वैचारिक लड़ाई चल रही है। उन्होंने कहा कि एक विचारधारा एकजुट करने वाली विचारधारा है, जिसका कहना है कि सारे देश के लोगों को एक साथ रहना चाहिए और किसी एक विचार से दबना नहीं चाहिए जबकि दूसरी विचारधारा मौजूदा केंद्र सरकार और पीएम की है, जिनका मानना है कि एक ही विचार सारे देश पर थोप दिया जाना चाहिए।

शिक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए राहुल गाँधी ने कहा, हम इस बात से सहमत हैं कि भारत में शिक्षा पर बेहद कम खर्च किया जा रहा है और हम इसे बढ़ाकर 6% पर लेकर आना चाहते हैं | मेरा मानना है कि हमारे सभी संस्थानों को विचारों की आज़ादी होनी चाहिए। हमें किसी भी सोच को आँख बंद करके स्वीकार नहीं करना चाहिए। और यही हमारी शिक्षा प्रणाली का ढांचा होना चाहिए

कश्मीर समस्या पर बोलते हुए राहुल ने कहा , 2004-2014 के बीच आतंकी घटनाओं में हुई मौतों की संख्या में नाटकीय गिरावट आई, क्योंकि हम जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ जुड़े और उन्हें अपने साथ लेकर आये| मैं खुद देश के शीर्ष उद्योगपतियों के साथ J&K गया और जोड़ने की कोशिश की। हमने सरकार के कार्यक्रमों को चलाया। हमारे पास वित्तीय रणनीति थी, जहां हमने एसएचजी को बैंकों से जोड़ा। अंत में, हमने पंचायतों के चुनाव कराये सत्ता का विकेंद्रीकरण किया|

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद राहुल गांधी तमिलनाडु के दौरे पर पहुंचे हैं। बता दें कि तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं। बताया जा रहा है कि चुनावी रैली में राहुल गांधी के अलावा डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, एडीएमके प्रमुख वाइको और वामदल के नेता भी होंगे।