धवन के शतक पर भारी पड़ी हैंड्सकॉम्ब की सेंचुरी, अब दिल्ली में होगा दंगल

मोहाली: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के चौथे मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने 359 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। शिखर धवन और रोहित शर्मा के बीच पहले विकेट के लिए हुई 193 रन की शानदार साझेदारी का फायदा टीम इंडिया के अन्य बल्लेबाज नहीं उठा सके। इसके बावजूद भारतीय टीम निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट गंवाकर 358 रन बनाने में सफल रही। जवाब में उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 47.5 ओवर में 6 विकेट पर 359 रन बनाते हुए मैच अपने नाम कर लिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पीटर हैंड्सकॉम्ब (117), उस्मान ख्वाजा (91) और अंतिम क्षणों में एश्टन टर्नर (43 गेंदों में नाबाद 84 रन) ने धुआंधार पारी से अपनी टीम को जीत दिलाई। भारत की इस शर्मनाक हार के बाद सीरीज 2-2 से बराबर हो गई है। सीरीज का अंतिम व फाइनल मुकाबला दिल्ली में 13 मार्च को खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 12 रन पर 2 विकेट गंवाने के बाद ख्वाजा और हैंड्सकॉम्ब ने तीसरे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी करके टीम को संभाला। लेकिन 200 रन की साझेदारी पूरी करने से पहले ख्वाजा 91 रन बनाकर बुमराह की गेंद पर कुलदीप को कैच दे बैठे। इसके बाद हैंड्सकॉम्ब ने 92 गेंद पर अपने वनडे करियर का पहला शतक पूरा किया। ख्वाजा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए मैक्सवेल भी 23 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। मैक्सवेल के बाद शतकवीर हैंड्सकॉम्ब चहल की गेंद पर विराट को कैच देकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 117 रन बनाए। इसके बाद टर्नर ने मैच पलटा और देखते-देखते ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ये मैच अपने नाम कर लिया।

इससे पहले शिखर धवन ने 143 रन की शानदार शतकीय पारी खेली और रोहित शर्मा ने 95 रन बनाए। दोनों ने कंगारू गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इसके बाद विराट कोहली और लोकेश राहुल कुछ ज्यादा नहीं कर सके। लेकिन रिषभ पंत ने अंतिम समय में तेज पारी खेलकर टीम इंडिया को 300 रन के पार पहुंचाया। पंत ने 24 गेंद में 36 रन बनाए। अंत में विजय शंकर ने भी कुछ बहतरीन शॉट्स खेले और 15 गेंद में 26 रन बनाए। पैट कमिंस ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 ओवर में 70 रन देकर 5 विकेट झटके। उनके अलावा जे रिचर्डसन ने 3 और एडम जांपा ने 1 विकेट हासिल किया। आइए अब विस्तार से जानते हैं ऑस्ट्रेलिया और फिर भारतीय पारी के बारे में।

भारतीय गेंदबाजों में तकरीबन सभी की जमकर धुनाई हुई। सबसे ज्यादा धुनाई युजवेंद्र चहल की हुई जिन्होंने 10 ओवर में 80 रन लुटाते हुए 1 विकेट लिया। उनके अलावा केदार जाधव ने 5 ओवर में बिना विकेट 44 रन लुटाए, विजय शंकर ने 5 ओवर में बिना विकेट 29 रन लुटाए, भुवनेश्वर ने 1 विकेट के साथ 9 ओवर में 67 रन लुटाए। टीम के शीर्ष बॉलर जसप्रीत बुमराह ने 8.5 ओवर में 63 रने देते हुए 3 विकेट झटके। कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 64 रन लुटाते हुए 1 विकेट लिया।

ऑस्ट्रेलिया को पीटर हैंड्सकॉम्ब के रूप में झटका लग चुका था लेकिन उसके बाद शुरू हुआ एश्टन टर्नर का धमाल जिन्होंने 33 गेंदों पर अर्धशतक जड़ डाला। इसके बाद भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शानदार बल्लेबाजी जारी रही और एश्टन टर्नर ने एलेक्स कैरी के साथ छठे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी को अंजाम दे दिया। इसके बाद भी वो थमे नहीं और 43 गेंदों पर नाबाद 84 रनों की पारी खेलते हुए अपनी टीम को बेमिसाल जीत दिला दी, वो भी 13 गेंदें शेष रहते। एलेक्स कैरी 21 रन बनाकर आउट हुए।

करियर का पहला वनडे शतक जड़ने वाले पीटर हैंड्सकॉम्ब 105 गेंद में 117 रन की पारी खेलने के बाद चहल की गेंद पर विराट कोहली को कैच दे बैठे। उनके आउट होते ही कंगारू टीम की मैच में जीत की संभावनाएं धूमिल हो गईं। उन्होंने ख्वाजा के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियाई पारी को शानदार तरीके से संभाला लेकिन टीम को जीत के मुहाने तक नहीं पहुंचा सके।

कुलदीप यादव ने ख्वाजा के आउट होने के बाद बैटिंग करने आए मैक्सेवल को एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन वापस भेज दिया। मैक्सवेल ने 13 गेंद पर 23 रन बनाए। लेकिन वो कुलदीप की गेंद पर गच्चा खा गए। यह ऑस्ट्रेलिया को लगा चौथा झटका था।

उस्मान ख्वाजा ने रांची में वनडे करियर की पहली शतकीय पारी खेलने के बाद उस फॉर्म को जारी रखा लेकिन मोहाली में लगातार दूसरा शतक पूरा नहीं कर सके। ख्वाजा 91 रन बनाकर बुमराह की गेंद पर कुलदीप को कैच दे बैठे। यादव ने डाइव लगाकर ख्वाजा का शानदार कैच लपका और उन्हें लगातार दूसरा शतक पूरा करने से रोक दिया। 99 गेंद पर 91 रन की पारी में उन्होंने 7 चौके जड़े।

रांची वनडे में शतक जड़ने वाले बांए हाथ के कंगारू बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने जल्दी-जल्दी दो विकेट गिरने के बाद हैंड्सकॉम्ब के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला और 10.3 ओवर में 50 रन के पार पहुंचाया। 12 गेंद पर 2 विकेट गंवाने के बाद दोनों ने पारी को संभाला और 57 गेंद पर तीसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। इस दौरान ख्वाजा ने 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर 52 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। यह वनडे में उनका 7वां अर्धशतक है। इसके बाद दोनों ने साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए 99 गेंद में तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी पूरी की और ंमैच में अपनी टीम की वापसी कराई। इसके बाद हैंड्सकॉम्ब ने भी 55 गेंद में 3 चौकों की मदद से अपना अर्धशतक पूरा किया। यह उनके करियर का चौथा अर्धशतक है। दोनों ने शानदार खेल को जारी रखते हुए 146 गेंद में तीसरे विकेट के लिए 150 रन की साझेदारी पूरी की। दोनों के बीच 178 गेंद पर 192 रन की साझेदारी हुई।

इस मैच में कप्तान विराट कोहली ने मोहम्मद शमी की जगह भुवनेश्वर कुमार को टीम में मौका दिया था और भुवनेश्वर ने मैदान पर आते ही अपना कमाल दिखा दिया। भारत द्वारा दिए गए 359 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान एरोन फिंच 0 रन पर पहले ओवर की चौथी गेंद पर ही भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर बोल्ड हो गए जिसके साथ ही कंगारू टीम को करारा झटका लगा। इसके कुछ ही देर बाद चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने शॉन मार्श को बोल्ड कर दिया। मार्श ने 10 गेंदों पर कुल 6 रन बनाए। उस समय ऑस्ट्रेलिया ने कुल 12 रन बनाए थे।

पिछले दो मैचों में शतकीय धमाके करने वाले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का बल्ला मोहाली में नहीं चला। वो 7 रन बनाकर जे रिचर्डसन की गेंद पर विकेटकीपर के हाथों लपके गए। ये टीम इंडिया को लगा तीसरा झटका था। विराट के सस्ते में पवेलियन लौटने के बाद राहुल ने रिषभ पंत के साथ पारी को तेजी से आगे बढ़ाने की कोशिश लेकिन इस प्रयास में वो एडम जांपा की फिरकी में फंसकर विकेटकीपर के हाथों लपके गए। राहुल ने 31 गेंद में 26 रन की पारी खेली। इसके बाद रिषभ पंत ने 24 गेंद में 36 रन की पारी खेली लेकिन वह कमिंस की गेंद पर फिंच के हाथों लपके गए। इसके बाद विजय शंकर ने कुछ बड़े शॉट्स खेले। अंत में जल्दी जल्दी भारतीय टीम के विकेट गिरते गए।

पहले विकेट के लिए शिखर धवन के साथ 193 रन की साझेदारी करने के बाद शतक की ओर बढ़ रहे रोहित शर्मा चूक गए। 95 रन बनाकर रोहित शर्मा बाउंड्री पर लपक गए। उनके आउट होने के बाद शिखर धवन ने 97 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने 12 चौके और 1 छक्का जड़ा। यह शिखर के वनडे करियर का 16 वां शतक है। इसके साथ ही वह वनडे में भारत के लिए सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों की सूची में सचिन, विराट, रोहित और सौरव गांगुली के बाद चौथे स्थान पर आ गए हैं। शिखर और रोहित के हुई 193 रन की साझेदारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले विकेट के लिए हुई सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले भी ये रिकॉर्ड इन दोनों की जोड़ी के ही नाम दर्ज था। शिखर इसके बाद 143 रन बनाकर कमिंस की गेंद पर बोल्ड हो गए। शिखर ने 115 गेंद में 143 रन बनाए।

टीम इंडिया के लिए रविवार को चौथे मैच में पारी की शुरुआत करन शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी उतरी। दोनों ने टीम को धीमी लेकिन सधी हुई शुरुआत दी। लेकिन इसके बाद अच्छे फॉर्म में नजर आ रहे शिखर धवन ने शानदार शॉट्स लगाकर रन गति को तेज किया। भारतीय टीम ने दसवें ओवर में शानदार छक्के के साथ पारी में पचास रन पूरे किए। 56 गेंद पर रोहित शिखर ने पहले विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी पूरी की। इसके बाद शिखर ने अपना अर्धशतक पूरा किया। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए दोनों ने 104 गेदों में पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी पूरी की। ये वनडे में दोनों खिलाड़ियों के बीच हुई 15वीं शतकीय साझेदारी है।