राजनाथ सिंह ने कहा, तीसरे एयर स्ट्राइक की नहीं दूंगा जानकारी
नई दिल्लीः गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि हमारी वायु सेना के जवान लड़ाकू विमान लेकर एक मिशन के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों का सफाया करने गये थे,कोई फूल बरसाने और सैर-सपाटा करने नहीं गए थे।
उन्होंने कहा 'हमारी सेना के जवानों ने पिछले पांच वर्षो में तीन बार दुनिया के दूसरे देश की धरती पर जाकर आतंकवादियों का सफाया करने में कामयाबी हासिल की है। दो की जानकारी मैं दूंगा, पर तीसरे के बारे में कुछ नहीं बताऊंगा।'
सिंह ने ब्यावर में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार पाकिस्तान को यह अहसास हुआ होगा कि अब आतंकवाद का कारोबार पाकिस्तान की धरती पर भी बेखौफ होकर और बेरोकटोक होकर नहीं चलाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान की धरती पर आतंकवाद के ठिकाने चलते रहेंगे तो पाकिस्तान को उसकी सबसे बड़ी कीमत चुकानी पडेगी और इस बात का अहसास हमारी सेना ने जवानों ने पाकिस्तान को करा दिया है।
उन्होंने कहा कि लेकिन दुख तब होता है, भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की तो पाकिस्तान की बौखलाहट तो समझ में आती है लेकिन यहां पर कुछ लोगों को सदमा पहुंचा है। वे हमसे सबूत मांग रहे है कि प्रमाण लाइये।
उन्होंने कहा कि वायुसेना के जवानों ने ‘टारगेट’ को निशाना बनाया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं संख्या पूछने वालों से कहना चाहता हूं कि जो युद्व वीर होता है वह मारे गये लोगों की गिनती नहीं करता है।’’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादियों के संबंध में कांग्रेस के दोस्तों का रवैया इतना भ्रामक और खतरनाक है कि कांग्रेस के कुछ नेता ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी को ‘ओसामा जी’ कहते है। हाफिज सईद को ‘हाफिज जी’ कहते है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के सवाल पर ऐसे लोगों की न नीति साफ है और न ही नीयत साफ है। आतंकवाद का मुकाबला करने के लिये सभी दलों को एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि हम भारत को विश्व गुरू बनाना चाहते है और इस काम को भाजपा कर सकती है। हम राजनीति करते है तो इंसाफ और इंसानियत के आधार पर करते है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग हमारे थे है और रहेंगे तथा देश में पढ़ रहे सभी कश्मीरी छात्रों की पूरी हिफाजत की जानी चाहिए।