बालाकोट आतंकी कैंप नष्ट करने वाले दावे पर रॉयटर्स ने फिर उठाये सवाल
नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान स्थित बालाकोट आतंकी कैंप नष्ट करने वाले दावे पर न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने फिर से सवाल उठाए हैं। रॉयटर्स की एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक जिस मदरसे (आतंकी कैंप) को भारत एयर-स्ट्राइक में ध्वस्त करने का दावा कर रहा है, वह सलामत है और उसकी बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। रॉयटर्स ने गुरुवार (7 मार्च) को ग्राउंड जीरो से तफ्तीश करने का दावा किया और बताया कि उसने लगभग 100 मीटर की दूरी से मदरसे का जायजा लिया जो बिल्कुल सुरक्षित है। बुधवार को भी रॉयटर्स ने एक सैटेलाइट तस्वीर जारी करके आतंकी कैंप ध्वस्त करने के दावों पर सवाल खड़े किए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मदरसा बालाकोट स्थित जाबा गांव की एक चोटी पर बनाया गया है और यह चीड़ के पेड़ों से ढंका है। रिपोर्ट के मुताबिक बाहर से देखने पर बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसके आसपास पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा है। बाहरी लोगों को जाबा गांव तक आने की इजाजत नहीं है। सभी मार्गों पर चेकिंग की जा रही है। मदरसे के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी जैश-ए-मोम्मद के बारे में किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे। रॉयटर्स को मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सिर्फ इतना बताया कि भारत के हवाई हमले में किसी तरह के जान-माल की हानि नहीं हुई है।
हालांकि, पहचान नहीं उजागर होने पर गांव के कुछ लोगों ने थोड़ी बहुत जानकारी मदरसे के बारे में दी। उन्होंने बताया कि काफी समय से यहां तालीम नहीं दी जाती है। इसे पिछले साल जून में ही बंद कर दिया गया था। एक दूसरे शख्स ने रॉयटर्स को बताया कि उनके इलाके में जनरल जिया-उल-हक के कार्यकाल में मदरसों का निर्माण हुआ था। इसके बाद से कभी भी मदरसों का विस्तार नहीं हुआ। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद भारत ने प्रतिक्रिया में कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में लड़ाकू विमान से बम गिराए थे। इस दौरान दावा किया गया कि इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भारी संख्या में मारे गए।