प्राइमरी स्टेज में इलाज से ठीक हो सकता है कुष्ठ रोग- डॉ विवेक कुमार
कुष्ठ रोगियों के लिए मोहनलालगंज के ज्योति नगर में निःशुल्क मेडिकल कैम्प का आयोजन
लखनऊ: मोहनलालगंज के ज्योति नगर में कुष्ठ रोग के मरीजों की पहचान व उनके उपचार के लिए ज्योति नगर में मिशनरीज आफॅ चैरिटी, लैपारोसी सेंटर में आज मेगा कैम्प का आयोजन किया गया। इस कैम्प में चर्म रोग विशेषज्ञ डाक्टर विवेक कुमार ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। कैम्प में 137 मरीजो का पंजीकरण किया गया। शिविर में आये हुए मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाएं वितरित करने के साथ नाश्ता भी दिया गया। इस कैम्प में लगभग सम्भावित कुष्ठ रोग के मरीजों की पहचान हुई। इन मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण व अन्य जांचे करवाई जा रही हैं। कैम्प का उद्घाटन एक बार फिर किसी राजनितिज्ञ प्रतिनिधि या अधिकारी से न करवाकर अपना उपचार करवा रहे कुष्ठ रोग से पीड़ित मरीज सुदामा व लक्ष्मन के हाथों करवा कर एक मिशाल पेश की गई। जहां विगत कई वर्षो से लगातार मुफ्त उपचार करवा रहे उन मरीजों को जब मुख्य अतिथि बनाकर उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किया गया तो उन मरीजों को खुशी का ठिकाना नही रहा। उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।
डाक्टर विवेक कुमार सप्ताह में दो दिन सोमवार व गुरुवार को ज्योति नगर में सन् 1992 से लगातार 26 वर्षो से चर्मरोग के मरीजों का निःशुल्क उपचार व दवाएं वितरित करते चले आ रहें है। डाक्टर साहब ने अब क्षेत्र से कुष्ठ रोग मिटाने का संकल्प किया है। जिसके लिए इस तरह के कैम्प का आयोजन करने के साथ ही भविष्य में लगातार कैम्प लगाने का संकल्प लिया है। डाक्टर विवेक ने इस मौके पर कहा कि कुष्ठ रोग का इलाज शुरुआती दौर में शुरु हो जाने पर ठीक हो जाता है। लेकिन लापरवाही के चलते व देर होने से मरीज के अंग जैसे हाथ, पैर की उंगलियां आदि गलकर गिर जाती हैं। कई मरीजों की आंख की रोशनी भी चली जाती है। क्षेत्र में कुष्ठ रोग के मरीजों के इलाज के लिए इस तरह के कैम्प को आयोजित कर क्षेत्र से कुष्ठ के रोग को समाप्त करने के लिए मिशन शुरु किया गया है। और कुष्ठ की बीमारी को क्षेत्र से पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प के साथ अभियान की शुरुआत की गई हैं। इस मौके पर हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डाक्टर अंकित कपूर,नरेंद्र कुमार, श्रीमती ममता कुमार व वरिष्ठ जेल अधीक्षक पी एन पांडेय , निजी कंपनी दवा प्रतिनिधि रूपांकर, अनुज सिंह, यश गुप्ता, व आदर्श मौजूद रहे।
डाक्टर विवेक आलमबाग में अपनी क्लीनिक चलाते हैं। लेकिन अपनी क्लीनिक पर मरीजों का उपचार करने से पहले सप्ताह में पांच दिन वह अपने दिन की शुरुआत गरीब मरीजो का निःशुल्क उपचार करने के साथ करते हैं। वह दो दिन ज्योति नगर व 3 दिन हरविलास बाल चिकित्सालय चारबाग में अपनी सेवा मुफ्त देते हैं। उन्होने कहा कि वह सेवा भाव अपने पिता पद्मश्री (मरणोपरांत) से सीखा। उन्होने देश के अन्य डाक्टरों से इस अभियान में जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि सभी डाक्टरों को एक-एक गांव गोद ले लेना चाहिए। और सप्ताह में सिर्फ एक दिन एक घंटा गांव में जाकर गरीब मरीजों का निःशुल्क उपचार करे जिससे गांव के गरीब मरीजों को उपचार मिल सके।
डाक्टर विवेक कुमार ने बताया कि आलमबाग क्लीनिक पर भी कुष्ठ रोग के मरीजों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है। उन्होने बताया कि विगत कुछ महीनों में क्लीनिक पर लगभग 28 कुष्ठ रोग के मरीजों की पहचान की गई है। ऐसे मरीजों से फीस आधी लिए जाने के साथ उनको दवाएं निःशुल्क दी जा रही है। ऐसे मरीजों को प्रत्येक माह में दो बार देखा जा रहा है।
डाक्टर विवेक ने अपनी क्लीनिक पर दो तरह के दान पात्र लगा रखे है। क्लीनिक पर आने वाले मरीजो से एक रुपये का दान वह पात्र में करवाते है। साथ ही कुष्ठ रोग की पहचान वाले मरीजो से जो आधी फीस लेते हैं उसे वह सदभावना लैपरोसी मिशन के तहत इक्कठा कर उन रुपयों से कुष्ठ के मरीजो को निःशुल्क दवाएं वितरित करते हैं। साथ ही उन रुपयों से लैपरोसी सेंटरों पर भी मरीजो को दवाएं पहुचाने का काम करते है।
डाक्टर साहब ने लोगों से इस कैम्प में अपील की वह कुष्ठ रोगियों के प्रति सेवा भाव रखे। उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कुष्ठ रोगियो की सेवा करके यह साबित कर दिया था कि इस रोग से पीड़ित लोगों की सेवा व देखभाल करने से कुष्ठ रोग नही फैलता है।