लखनऊ: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने बुधवार को यहां डालीगंज इलाके में कश्मीरी व्यापारियों पर हमले की कड़ी निंदा की है और पिटायी करने वाले भगवाधारी गुंडों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है।

पार्टी की राज्य स्थायी (स्टैंडिंग) समिति के सदस्य अरुण कुमार ने कहा कि यह घटना दिखाती है कि भगवा ब्रिगेड को कश्मीर तो पसंद है, लेकिन कश्मीरी नहीं। कश्मीर से आजीविका की तलाश में लखनऊ आकर फुटपाथ पर सूखे मेवे बेचने वाले व्यापारियों को बिना वजह पीटने की कार्रवाई सीधे-सीधे गुंडागर्दी और साम्प्रदायिक मानसिकता का परिचायक है। यह भाजपा और भगवा संगठनों की नफरत व विभाजन की राजनीति की देन है। यदि कश्मीरी व्यापारियों को लेकर कोई शिकायत थी, तो कानून अपने हाथ में लेने के बजाय पुलिस-प्रशासन के पास जाना चाहिए था। लेकिन हमलावरों ने इसकी जरूरत नहीं समझी। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा ने मॉब लिंचिंग (भीड़ हत्या) की घटनाओं में दोषियों को संरक्षण देकर और पुलवामा हमले के बाद वोट की राजनीति कर जो माहौल पैदा किया है, डालीगंज जैसी घटनाएं उसी की उपज हैं। ऐसी घटनायें देश की एकता-अखंडता को चोट पहुंचाने वाली हैं।