दिल्ली में 3-3 सीटों पर लड़ेंगी आप और कांग्रेस, एक सीट शत्रुघ्न सिन्हा के लिए छोड़ी!
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पिछले काफी समय से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर माथापच्ची पर विराम लग गया है. काफी सियासी उठा-पटक के बाद आखिरकार लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया. सूत्रों की मानें तो दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों में से तीन-तीन पर दोनों पार्टियां अपने उम्मीदवार उतारेंगी. वहीं एक सीट शत्रुघ्न सिन्हा को दी जाएगी. यानी दिल्ली में न कांग्रेस बड़ी न आम आदमी पार्टी. दोनों पार्टियां बराबर-बराबर सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी. माना जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा दोनों पार्टियों की ओर से साझा उम्मीदवार होंगे. बता दें कि इससे पहले ही आम आदमी पार्टी ने 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया था.
दरअसल, इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस की दिल्ली यूनिट के नेताओं के साथ गठबंधन पर चर्चा के लिए बैठक की बुलाई है. दोपहर 12 बजे से इनके घर एक बैठक होनी थी. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही गठबंधन पर आधिकारिक घोषणा हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व गठबंधन के लिए तैयार था, लेकिन पार्टी की दिल्ली यूनिट इसके पक्ष में नहीं थी. यही वजह है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बीच में आना पड़ा.
इससे पहले खबर थी कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को गठबंधन के लिए दो फॉर्मूला सुझाया है. अब अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सीटों का सौदा करने के मुड में है. यही वजह है कि आम आदमी पार्टी के पहले फॉर्मूला के तहत AAP चाहती है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी 6 सीटों पर लड़े और कांग्रेस महज एक पर. इस सूरत में आम आदमी पार्टी फिर कहीं चुनाव नहीं लड़ेगी, जहां कांग्रेस होगी. वहीं दूसरे फॉर्मूला के तहत आम आदमी पार्टी का कहना है कि अगर दिल्ली में कांग्रेस को ज्यादा सीटें चाहिए तो उसे पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में सीट देकर इसकी भरपाई करनी होगी.
सूत्रों के इस दावे की पुष्टि इस बात से भी होती है क्योंकि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से अब तक 6 पर ही अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. उन्होंने अभी तक एक सीट पर अपना पत्ता नहीं खोला है. माना जा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी अब भी यह मानती है कि अगर कांग्रेस से साथ गठबंधन हो जाए तो उसके लिए यही सातवां सीट छोड़ दिया जाए.
इधर, मंगलवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक बुलाई है. इस बैठक में कांग्रेस के कई नेता शामिल होंगे. माना जा रहा है कि संभव है राहुल गांधी आज बैठक के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन पर फैसला ले लेंगे. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन चाहता है जबकि कांग्रेस की राज्य इकाई गठबंधन के पक्ष में नहीं है.
पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी(AAP) ने दिल्ली की 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया था.