भारत की दो टूक- भारतीय पायलट की बिना शर्त वापसी करे पाकिस्तान
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच कायम तनातनी के बीच पाक की कैद में भारतीय पायलट के मामले में भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमें पायलट की तुरंत वापसी चाहिए. आला सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि भारत सरकार ने कहा कि हम इस मामले में कोई डील नहीं चाहते हैं. अगर पाक डील चाहता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे. सरकारी सूत्रों की मानें तो भारत ने पाकिस्तान को कहा कि हमें पायलट की रिहाई चाहिए. हम एक्ससेस नहीं मांग कर रहे हैं और हमने पाकिस्तान को बहुत सबूत दिए हैं. अगर बातचीत करना चाहते हैं तो इमरान खान भरोसेमंद माहौल दें. बताया जा रहा है कि भारत ने यह बयान एक अहम बैठक के बाद जारी किया है. इस बैठक में तीनों सेना के प्रमुख, रॉ और आईबी के चीफ भी थे.
सूत्रों की मानें तो भारत ने कहा कि है कि अगर पाकिस्तान डील चाहता है, तो कुछ नहीं होगा. हमे वापसी चाहिए, डील नहीं. भारत ने पाकिस्तान की हिरासत में मौजूद भारतीय पायलट से मुलाकात के लिए कॉन्स्यूलर एक्सेस नहीं मांगी, तुरंत रिहा करने के लिए कहा है. साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भरोसेमंद माहौल दें, तब वार्ता पर विचार किया जा सकता है.
वहीं, इससे पहले भारत के पूर्व विदेश सचिव सलमान हैदर ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलट की रिहाई भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए. भारत को इंटरनेशनल समुदाय को साथ लेकर कुटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए कि वो हमारे पायलट को रिहा करे. अगर हमारा पायलट कैदी बना रहा तो मामला और बढ़ सकता है और उलझ सकता है.
दरअसल, 27 फरवरी को भारत और पाकिस्तान दोनों तरफ जवाबी कार्रवाई को लेकर खबरें जोरों पर रहीं. पाकिस्तान ने एलओसी इलाके में अपने लड़ाकू विमान से घुसपैठ की कोशिश की जिसे भारतीय वायु सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तानी विमान का मलबा पाक अधिकृत कश्मीर में मिला. इस दौरान भारतीय वायुसेना के एक मिग विमान का नुकसान हो गया. भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा एक पायलट लापता है. बाद में उसके पाकिस्तान में बंधक बनाए जाने की सूचना मिली. भरत ने पाकिस्तान के अधिकारियों को तलब किया और पाकिस्तान में कैद पायलट को सुरक्षित वापस करने को कहा. इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ फिर से बातचीत का राग अलापा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जंग हुई तो यह किसी के काबू में नहीं रहेगी. इमरान खान ने कहा कि हम भारत को बातचीत के लिए आमंत्रित करते हैं.