गॉडफ्रे फिलिप्स ने जीता ग्रीनटेक सीएसआर गोल्ड अवार्ड
गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया ने अपने किसान सामुदायिक कार्यक्रम के लिए 6ठा वार्षिक ग्रीनटेक सीएसआर गोल्ड अवार्ड 2018 जीता। गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया को आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में बर्ली तम्बाकू किसान समुदाय कार्यक्रम के लिए 6ठे वार्षिक ग्रीनटेक सीएसआर अवार्ड 2018 का स्वर्ण पुरस्कार विजेता घोषित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सुश्री वैशाली डे, प्रमुख, सीएसआर, गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया, ने पणजी, गोवा में प्राप्त किया।
यह पुरस्कार आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के सीमांत, गरीब किसानों के जीवन को बदलने वाली कंपनी की सीएसआर पहलों के प्रभाव को मान्यता देता है। 1 से 5 एकड़ के बीच भूमि जोत वाले बर्ली के सीमांत तंबाकू किसान सूखे और सिंचाई के लिए पानी की कमी से जूझते रहते हैं जिसमें वे केवल एक ही फसल उगा पाते हैं। इसी संदर्भ में, किसान मौसमी रोजगार, कम आय, सौदेबाजी की कम शक्ति, बढ़ते कर्ज और श्रम मूल्यों में कमी के जाल में फंस जाते हैं। इन मुद्दों के अलावा, सूखे से उत्पन्न बड़े सामुदायिक मुद्दे हैं जैसे सुरक्षित और पेयजल की कम सुलभता, भूजल में उच्च फ्लोराइड संदूषण, शौचालयों की कम सुलभता, सामुदायिक स्वच्छता और सफाई का अभाव, खेती के अलावा शिक्षा और कौशल की सीमित सुलभता, और सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध न होने के कारण, किसानों और मजदूरों के बच्चे अनजाने में बाल श्रम में धकेल दिए जाते हैं।
तंबाकू की खेती के माध्यम से सतत आजीविका का सृजन करने के उद्देश्य से, सीएसआर कार्यक्रम में सुरक्षित पेयजल सुलभ कराने, स्वच्छता और स्वास्थ्य और सफाई के प्रति जागरूक और सुलभ बनाने, बाल शिक्षा को प्रोत्साहित करने और बाल श्रम समाप्त करने के माध्यम से जीवन स्तर को सुधारने की पहलें शामिल की गई हैं। कार्यक्रम में कृषक विकास समितियों और प्रणालियों में किसानों का समूहीकरण और किसानों के संस्थागत विकास के लिए सहकारी समितियों के रूप में प्रोटोकॉल, आवर्ती कोष सहयोग, ऋण की सुलभता, जल और मृदा संरक्षण, अच्छी कृषि प्रथाओं की जानकारी प्रदान करना भी शामिल है। 200,000 से अधिक लाभार्थी इससे लाभान्वित हुए हैं।
इस अवसर पर प्रतिक्रिया देते हुए, गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया के उपाध्यक्ष और कॉर्पोरेट मामलों के प्रमुख श्री हरमनजीत सिंह ने कहा, "यह उस समाज में हमारे प्रतिबद्ध काम की एक पहचान है जिसमें हम प्रचालन करते हैं। हम उन सब लोगों और संगठनों की साझा सफलता में विश्वास करते हैं जिनके साथ हम काम करते हैं। तंबाकू उद्योग अत्यधिक विनियमित और प्रतिबंधित है। तंबाकू नियंत्रण के लिए विभिन्न कानूनों और पहलों के चलते, उद्योग से जुड़े सीमांत किसान और गरीब श्रमिक प्रमुख रूप से प्रभावित हितधारकों में एक हैं। हम विकास और प्रगति में भागीदार हैं, और इस एकीकृत सीएसआर कार्यक्रम के साथ, हम सामाजिक और आर्थिक सफलताओं में सबको शामिल करने और बड़े पैमाने पर समाज और राष्ट्र को लाभान्वित करने की उम्मीद करते हैं।