नई दिल्ली: पुलवामा फिदायीन हमले के बाद अब तक का सबसे बड़ा जवाब देते हुए मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना ने 12 मिराज-2000 विमानों के जरिए पीओके में घुसकर आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूद किया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस कार्रवाई में जैश के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप समेत कई आतंकी ठिकाने तबाह हुए हैं, जिनमें करीब 200 से 300 आतंकी ढेर हुए हैं। हालांकि पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि उसने भारतीय वायुसेना के विमानों को खदेड़ दिया लेकिन दूसरी तरफ उन्हीं के रक्षा अधिकारियों ने तस्वीरों के रूप में सबूत भी दे दिए। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने अपने ट्विटर हैंडल पर कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इनके साथ उन्होंने लिखा है, ‘जल्दबाजी में भागते हुए वायुसेना ने बिना टार्गेट के खुले में बम गिराकर चले गए।’ पाकिस्तान दावा कर रहा है कि इस कार्रवाई से कोई नुकसान नहीं हुआ है।

दावे के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट समेत कई इलाकों में भारत ने करीब 21 मिनट तक कार्रवाई को अंजाम दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से भी कार्रवाई की कोशिश की जा रही है। गुजरात के कच्छ बॉर्डर पर पाकिस्तानी ड्रोन को नष्ट किए जाने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने एफ-16 विमानों से हमले की योजना बनाई है।

जम्मू-कश्मीर के उरी में तीन साल पहले हुए पाकिस्तानी आतंकी हमले में 18 जवानों की शहादत के बाद भारत ने जवाब दिया था। भारतीय सेना ने 28 और 29 सितंबर की रात को पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। उस दौरान करीब तीन किमी अंदर जाकर कार्रवाई की गई थी। तब पाकिस्तान की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक होने की बात को ही नकार दिया गया था। लेकिन पिछली बार हुई किरकिरी से सबक लेते हुए इस बार भारतीय सेना की कार्रवाई की बात मान ली गई।

भारत ने यह कार्रवाई पुलवामा में नेशनल हाइवे पर हुए हमले के बाद की है। बस पर हुए उस फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद ही भारत सरकार ने सेना को खुली छूट देने का ऐलान किया था। माना जा रहा है कि यह उसी की शुरुआत है।