अरुणाचल प्रदेश में सेना ने संभाला मोर्चा, 2 प्रदर्शनकारियों की मौत
ईटानगर: बीते कई दिनों से अरुणाचल प्रदेश में हालात बेकाबू हैं। स्थायी निवास प्रमाण पत्र के खिलाफ प्रदर्शनकारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच खबर है कि राज्य में स्थिति को काबू करने के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन को लेकर ईटानगर में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ सीएम पेमा खांडू अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
अरुणाचल प्रदेश में 6 समुदायों को स्थाई निवासी प्रमाण-पत्र दिए जाने की सिफारिश के विरोध में राज्य में बड़े पैमाने पर हो रहे प्रदर्शनों के बीच रविवार को कथित रूप से पुलिस गोलीबारी में 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। पुलिस ने उस वक्त गोलीबारी की जब दोपहर के समय यहां ईएसएस सेक्टर में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू के निजी आवास पर हमला करने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों से लौट जाने की अपील की, लेकिन अपील को अनसुना करते हुए प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के आवास की तरफ बढ़े और पत्थरबाजी करने लगे। इस मामले में सोमवार को मुख्यमंत्री पेमा खांडू विस्तार से जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि 22 फरवरी की रात को मैंने मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से स्पष्ट किया था कि सरकार इस पर और चर्चा नहीं करेगी। आज भी चीफ सेक्रेटरी के माध्यम से एक ऑर्डर जारी किया गया है कि हम पीआरसी मामले को नहीं उठाएंगे। मैं अरुणाचल प्रदेश में लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार भविष्य में भी इस मामले को नहीं उठाएगी। यह स्पष्ट संदेश है। मैं विरोध करने वाले सभी लोगों से अपील करना चाहूंगा कि 22 तारीख को ही सरकार ने पहले ही उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया था। पीआरसी मुद्दा बंद हो गया है। मैं उनसे अनुरोध करता हूं प्रदर्शन और धरना न दें, सरकार के साथ सहयोग करें।
वहीं बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि इन घटनाओं के पीछे किसी का हाथ है। अरुणाचल प्रदेश अन्यथा एक शांतिपूर्ण राज्य है। जल्द ही आपके सामने सच आएगा। फिलहाल पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।