MP: जुड़वां भाइयों की हत्या के मामले में 6 गिरफ्तार
बरामद गाड़ियों पर लिखा था 'राम राज्य'
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में जुड़वां भाइयों की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरप्तार किया है। इनमें से 5 उत्तर प्रदेश तथा एक शख्स मध्य प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम राजू द्विवेदी, लकी तोमर, रोहित द्विवेदी, रामकेश यादव, पिंटू रामस्वरुप यादव है। इन सभी के अलावा एमपी से पकड़े गए शख्स का नाम पद्मा शुक्ला है। इंस्पेक्टर जनरल (रीवा क्षेत्र) चंचल शेखर ने बताया कि पदमा का छोटा भाई विष्णुकांत उर्फ छोटू बजरंग दल का क्षेत्रीय संयोजक है। उन्होंने बताया कि पुलिस को विष्णुकांत के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। चंचल शेखर ने कहा कि पुलिस ने रंगदारी की रकम (20 लाख रुपए) भी बरामद कर लिया है और साथ ही साथ अपराध में इस्तेमाल की गई गाड़ी भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
पुलिस ने जो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं उनमें से दो मोटरसाइकिलों पर ‘राम राज्य’ लिखा हुआ है। पुलिस ने बताया है कि अपहरणकर्ताओं ने इन बच्चों को रिहा करने के एवज में 2 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। बच्चों के परिवार वालों ने 20 फरवरी को 20 लाख रुपए किडनैपर्स को दिया भी था। किडनैपर्स अलग-अलग लोगों के फोन का इस्तेमाल रंगदारी मांगने के लिए कर रहे थे। राज्य में दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद यहां तनाव भी देखने को मिला है। स्थानीय लोगों ने रविवार को घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस को थोड़ा बल प्रयोग भी करना पड़ा।
इधर इस मामले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उन्होंने जुड़वां भाइयों के पिता से बातचीत की है और इस हत्याकांड के पीछे छिपे अपराधी जरुर बेनकाब किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘मैंने पीड़ित के पिता से बातचीत की है। इसके पीछे की राजनीति भी जरुर बेनकाब होगी। जिनका झंडा गाड़ी के पीछे लगा था। पुलिस इन सभी चीजों से पर्दा उठाएगी। विपक्ष इसलिए घबराया हुआ है क्योंकि उनके लोग इसमें शामिल हैं।’
बता दें कि यह मामला संता जिले का है। 12 फरवरी, 2019 को यहां के चित्रकूट में जुड़वां भाइयों का अपहरण स्कूल बस से कर लिया गया था। बस के स्कूल कैंपस छोड़ने से पहले ही मास्क पहने दो लोगों ने तमंचे के बल पर जुड़वां भाइयों का अपहरण कर लिया था। 23 फरवरी, 2019 को दोनों भाइयों का शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से मिला था। दरअसल इन बच्चों का अपहरण करने वाले बदमाशों को डर हो गया था कि बाद में बच्चे उन्हें पहचान लेंगे इसलिए उन्होंने इन बच्चों को नदी में फेंक दिया। पुलिस ने बताया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि इन बच्चों की मौत डूबने से हुई है।