नई दिल्ली: केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और आरपीआई (ए) अध्यक्ष रामदास अठावले ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन में जगह नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई है। अठावले ने कहा कि 2014 के महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए वोट जुटाने में आरपीआई ने सहायता की थी। शिवसेना और बीजेपी ने जब गठबंधन किया तो उन्हें हमारी पार्टी को भी विश्वास में लेना चाहिए था। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी शिवसेना ने अपने गठबंधन में आरपीआई को एक भी सीट नहीं दी है।

अठावले ने आगे कहा, 'अगर कोई मुझे किनारे लगाएगा तो उसे किनारे लगाने की ताकत मुझमें हैं। ये बात सही है कि भाजपा-शिवसेना में जब तालमेल हो गया, अमित शाह की उपस्थिति में जब यह ऐलान हुआ तो मुझे वहां बुलाने की आवश्यकता थी।' अठावले ने आगे कहा, 'पूरे देश में ये संदेश गलत गया है कि शिवसेना- भाजपा के साथ आए लेकिन रिपब्लिकन पार्टी को हवा में छोड़ दिया। एक भी सीट रिपब्लिनकन पार्टी (आरपीआई) को नहीं दी। अभी भी इसमें सुधार किया जा सकता है। हमारी इतनी बड़ी मांग नहीं थी।'

दलित नेता ने यहां कहा कि राजनीति में ‘दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं लेकिन वह इसके बावजूद यह चाहते हैं कि अगली सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बने। 25 फरवरी को हम मुंबई में बैठक करेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। फिलहाल पार्टी का इरादा राजग छोड़ने का नहीं है।’