नई दिल्ली: पोर्ट एलिजाबेथ: बुरे दौर से गुजर रही श्रीलंका क्रिकेट टीम ने शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के दूसरे और आखिरी टेस्ट मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट से मात देकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम हमेशा के लिए दर्ज करा लिया। दिमुथ करुणारत्ने की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में 2-0 मात देकर वो कारनामा कर दिखाया है जो अब तक कोई भी एशियाई टीम नहीं कर सकी। श्रीलंका दक्षिण अफ्रीका को उसके घर पर मात देने वाली पहली एशियाई टीम बन गई है। किसी भी एशियाई टीम के लिए विदेश में जाकर जीतना एक टेढ़ी खीर होता है और मुकाबला जब दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम से उसी के घर पर हो तो राह उससे भी कठिन हो जाती है। बदलाव के दौर से गुजर रही श्रीलंका क्रिकेट टीम ने वो उपलब्धि हासिल कर ली है जो सालों से कोई भी एशियाई टीम नहीं कर पाई।

श्रीलंका ने पोर्ट एलिजाबेथ में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट से हराकर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया। ऐसा पहली बार हुआ है जब दक्षिण अफ्रीका को उसी की धरती पर किसी एशियाई टीम ने 2-0 से मात दी है। पहले टेस्ट में श्रीलंका ने कुसल परेरा की रिकॉर्ड पारी की बदौलत धमाकेदार जीत दर्ज की थी। मैच के तीसरे दिन मेहमान टीम ने 197 रनों के लक्ष्य को दो विकेट खोकर 45.2 ओवर में ही हासिल कर लिया और सीरीज अपने नाम कर ली। श्रीलंका की ओर से कुशल मेंडिस ने नाबाद 84 जबकि ओशाडा फर्नाडो ने नाबाद 75 रन बनाए। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 163 रनों की साझेदारी हुई।

इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बाद वह दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने वाली तीसरी टीम बन गई है। दक्षिण अफ्रीका की टीम जिसको उसके घर पर हराना किसी चक्रव्यूह को भेदने के समान था और इस चक्रव्यूह को भेदने में भारत जैसी मजबूत टीम भी नाकाम रही थी। पिछले साल की शुरुआत में भारत ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था, जहां पर उन्हें टेस्ट सीरीज में 2-1 से हार नसीब हुई थी।