गेल के धमाके पर भारी पड़ा रॉय और रुट का तूफ़ान
नई दिल्ली: दुनिया की नंबर.1 क्रिकेट टीम बनना कोई खेल नहीं है और इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने खेल से दिखा दिया कि आखिर वो क्यों हैं सर्वश्रेष्ठ। आईसीसी वनडे रैंकिंग में दुनिया की नंबर.1 टीम इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच में ऐसा धमाकेदार प्रदर्शन किया कि सब देखते रह गए। अपनी जमीन पर खेल रही वेस्टइंडीज की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया था और 360 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में सफलता हासिल की थी। ऐसा लगा कि अब तो मैच इंग्लैंड के हाथों से निकल चुका है लेकिन जब इंग्लिश टीम जवाब देने उतरी तो उसने वो कर दिखाया जिसका शायद मेजबान देश के दर्शकों को अंदाजा भी नहीं था। इंग्लैंड ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए ये 361 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया और वो भी कुल 3 विकेट के नुकसान पर। आइए जानते हैं कौन-कौन बना हीरो और कैसा रहा ये रोमांचक मैच।
मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। सबकी नजरें उनके धाकड़ ओपनर क्रिस गेल पर टिकी थीं जो लंबे अंतराल के बाद वनडे टीम में लौटे हैं। क्रिस गेल ने भी किसी को निराश नहीं किया और 129 गेंदों पर 135 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली। ये क्रिस गेल के वनडे करियर का 24वां शतक था। उन्होंने अपनी पारी में 12 छक्के और 3 चौके जड़े। एक तरफ गेल टिके हुए थे और दूसरी तरफ एक-एक करके कुछ अन्य बल्लेबाज भी अपना दम दिखाते गए।
वेस्टइंडीज के लिए अपने करियर का पहला मैच खेल रहे कैम्पबेल ने 30 रनों की पारी खेली, इसके बाद शाइ होप ने 64 रनों की पारी खेली, फिर डेरेन ब्रावो ने 40 रनों की पारी खेली और अंत में एश्ले नर्स ने 8 गेंदों पर नाबाद 25 रनों की शानदार पारी खेलते हुए टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया। वेस्टइंडीज ने 8 विकेट खोते हुए 50 ओवर में 360 रनों का स्कोर खड़ा किया। इस दौरान इंग्लैंड की तरफ से बेन स्टोक्स और आदिल राशिद ने 3-3 विकेट जबकि क्रिस वोक्स ने 2 विकेट हासिल किए।
इंग्लैंड के सामने 361 रनों का विशाल लक्ष्य था और इसके लिए उन्हें अच्छी शुरुआत की जरूरत थी। हुआ भी ऐसा ही। उनके ओपनर जेसन रॉय ने वही काम कर दिखाया जो वेस्टइंडीज के ओपनर क्रिस गेल ने किया था। रॉय ने महज 85 गेंदों पर 123 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर सबको दंग कर दिया। इस बल्लेबाज ने 27वें ओवर में आउट होने से पहले अपनी इस पारी में 15 चौके और 3 छक्के जड़े। इस दौरान दूसरे ओपनर जॉनी बेरिस्टो 34 रन बनाकर आउट हुए।
जेसन रॉय आउट हो चुके थे और इसके बाद जिम्मेदारी संभाली इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट ने। इस बल्लेबाज ने जहां दूसरे विकेट के लिए जेसन रॉय के साथ 114 रनों की साझेदारी की थी, वहीं उन्होंने तीसरे विकेट के लिए अपने कप्तान इयोन मोर्गन के साथ मिलकर 116 रनों की साझेदारी को अंजाम दे दिया। कप्तान इयोन मॉर्गन 51 गेंदों पर 65 रनों की तेज पारी खेलकर आउट हो गए लेकिन जो रूट टिके रहे और 96 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया। इंग्लैंड ने 48.2 ओवर में 360 रन बनाकर स्कोर बराबर कर लिया था, तभी जो रूट एक फुल टॉस गेंद पर कैच आउट हो गए। जो रूट ने 97 गेंदों पर 102 रनों की यादगार पारी खेली जिसमें 9 चौके शामिल रहे।
रूट के आउट होने के बाद जोस बटलर पिच पर आए और एक रन ले लिया जिसके साथ ही इंग्लैंड ने 48.4 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 6 विकेट से बड़ी जीत हासिल कर ली और सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।
इस शानदार जीत के साथ ही इंग्लैंड ने सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी जीत का नया रिकॉर्ड बना दिया। इससे पहले इंग्लैंड ने जून 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 350 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज की थी जो उनका सबसे सफल चेज था लेकिन अब उन्होंने 361 रनों का लक्ष्य हासिल करके वो रिकॉर्ड तोड़ डाला है। अगर बात करें विश्व क्रिकेट की तो ये वनडे क्रिकेट इतिहास में सर्वाधिक लक्ष्य का पीछा करते हुए ये तीसरी सबसे बड़ी जीत साबित हुई। उन्होंने भारत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। भारत ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 360 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था।
इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर दक्षिण अफ्रीका का नाम दर्ज है जिसने 2006 में जोहानिसबर्ग वनडे में ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 435 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया था। वहीं दूसरे नंबर पर भी दक्षिण अफ्रीका का नाम ही दर्ज है जिन्होंने 2016 में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कटक में 382 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था।