नगर निगम में कमीशन-घूसख़ोरी चरम पर और वित्तीय व्यवस्था ध्वस्त: गौरव माहेश्वरी
लखनऊ: आम आदमी पार्टी, उत्तर प्रदेश के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव गौरव माहेश्वरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के बाद लखनऊ में जनता ने भाजपा के लोक लुभावन वादों से प्रभावित होकर प्रचंड बहुमत से उसकी सरकार बनायी थी | उन वादों में शहर के प्रमुख बाजारों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट, व्यापारियों की सुरक्षा, साफ़ पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए चुनाव पूर्व बहुत सारे वादे शामिल थे, लेकिन आज करीब एक साल से भी ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी लखनऊ की जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही है | महिलाओं के लिए अलग से पिंक टॉयलेट तो दूर सार्वजानिक शौचालय तक की व्यवस्था सभी बाजारों में मौजूद नहीं हैं | आंकड़ेबाजी में माहिर भाजपा सरकार ने लखनऊ नगर निगम को स्वच्छता में अच्छी रेटिंग तो दिला दी, लेकिन जमीनी हकीक़त कुछ और है |
उन्होंने कहा कि नया बजट तो दूर की बात है नगर निगम ठेकेदारों का पुराना भुगतान तक नहीं कर पा रही है जिसके लिए ठेकेदार आये दिन नगर निगम मुख्यालय पर धरना देने को मजबूर होते हैं | खुद को ईमानदार सरकार बताने वाली भाजपा सरकार में कमीशनखोरी बदस्तूर जारी है, लेकिन उसका परसेंट जरूर पूर्व की सरकारों से ज्यादा हो गया है | लगभग 23 सालों से नगर निगम की सत्ता पर काबिज भाजपा अपनी वादाखिलाफी की नीति पर अब भी कायम है |
गौरव माहेश्वरी ने कहा कि इतने वर्षों तक लखनऊ की जनता भाजपा को सत्ता सौंपती आ रही है, हर बार निकाय चुनाव में जो वादे भाजपा के द्वारा जनता से किये जाते हैं अगर उसका 10 प्रतिशत काम भी धरातल पर उतरता तो इतने वर्षों में लखनऊ की तस्वीर बदल गयी होती लेकिन ऐसा कुछ नजर नहीं आता | अतिक्रमण हटाने और शहर को साफ़ करने के नाम पर किसी तरह फुटपाथ पर दुकाने लगाकर अपना जीवन बसर करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें उजाड़ा जाता है, लेकिन आज तक पटरी दुकानदारों के लिए कोई स्थायी नीति सरकार द्वारा नहीं बनायी गयी और ऐसी नीति न बनने की वजह लखनऊ नगर निगम में बड़े पैमाने पर व्याप्त कमीशनखोरी और अवैध वसूली है जिसे नगर निगम से लेकर सरकार तक बंद कराना नहीं चाहती |