पुलवामा हमला: फेक फोटोज जारी कर नफरत न फैलाएं, CRPF की लोगों से अपील
नई दिल्ली: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने रविवार को 'शहीदों के शरीर के अंगों की नकली तस्वीरों' को लेकर एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें लोगों से ऐसी तस्वीरों या पोस्टों को प्रसारित नहीं करने का आग्रह किया गया। सलाह में CRPF ने फर्जी पोस्ट और तस्वीरों को ओर ध्यान आकर्षित किया है। पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवानों की कुछ तस्वीरें वायरल की जा रही हैं।
CRPF ने कहा, 'यह देखा गया है कि सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व घृणा फैलाने के लिए हमारे शहीदों के शरीर के अंगों की नकली तस्वीरों को प्रसारित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हम एकजुट होकर खड़े हैं। कृपया ऐसी फोटो या पोस्ट को प्रसारित/साझा/ लाइक न करें। ऐसी सामग्री की रिपोर्ट
14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी हमले में CRPF के 40 जवानों की जान चली गई थी। JeM एक आतंकी संगठन है, जिसका नेतृत्व मौलाना मसूद अजहर करता है, जिसे भारत सरकार ने 1999 में यात्रियों के बदले एयर इंडिया की एक फ्लाइट के हाईजैक के बाद मुक्त किया था।
इसके अलावा सीआरपीएफ ने कश्मीरी छात्रों को लेकर भी एडवाइजरी जारी की है। सीआरपीएफ ने कहा, 'सोशल मीडिया पर विभिन्न उपद्रवियों द्वारा कश्मीर के छात्रों के उत्पीड़न के बारे में झूठी खबरें प्रचारित की जा रही हैं। सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने उत्पीड़न के बारे में शिकायतों के बारे में पूछताछ की और उन्हें गलत पाया। ये नफरत फैलाने की कोशिश है। कृपया ऐसी पोस्टों को प्रसारित न करें।'