स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले तो विकास तेजी से होगा: राम नाईक
राज्यपाल ने काॅफी टेबल बुक ‘लीजेण्ड्स’ का लोकार्पण किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज एक कार्यक्रम में ‘लीजेण्ड्स’ नामक काॅफी टेबल बुक का लोकार्पण किया तथा उद्योग एवं अन्य क्षेत्र से जुड़े लोगों को सम्मानित भी किया। काॅफी टेबल बुक में प्रदेश के उद्योगपतियों का विवरण है जिन्होंने अपने परिश्रम से प्रदेश का नाम रोशन किया। इस अवसर पर श्री मनमोहन राय राजनैतिक सम्पादक न्यूज18 उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड, वरिष्ठ संवाद्दाता श्री अलाउद्दीन व चैनल के अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम से पूर्व पुलवामा, कश्मीर में शहीद हुये सैनिकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
राज्यपाल ने कहा कि लघु उद्योग विकास का एक महत्वपूर्ण घटक है। देश और प्रदेश में खेती सबसे बड़ा व्यवसाय है। खेती के बाद लघु उद्योग को स्थान दिया जाता है। राज्यपाल ने कहा कि ‘मैं मुंबई से हूँ। मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है। अन्य प्रदेशों से रोजगार के लिये मुंबई आये लोगों में 60 प्रतिशत लोग झुग्गी झोपड़ियों में रहते हैं। पेट की भूख उन्हें परदेश ले जाती है। स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले तो विकास तेजी से होगा। केन्द्र और राज्य सरकार ने स्वरोजगार की कई योजनायें आरम्भ की हैं।’ उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार शुरू करने की योजनाओं की जानकारी मिलेगी तो पलायन भी रूकेगा।
श्री नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है, इसकी विशेषता है कि प्रदेश ने अब तक 9 प्रधानमंत्री देश को दिये हैं। लोकसभा में उत्तर प्रदेश से 80 सांसद चुनकर जाते हैं। उत्तर प्रदेश से केवल 3 देश अमेरिका, चीन एवं इण्डोनेशिया आबादी में बड़े हैं। वर्ष 2025 तक सबसे ज्यादा युवा भारत में होंगे। मानव संसाधन की शक्ति को पहचानकर उन्हें प्रोत्साहित करके रोजगार उपलब्ध कराने की जरूरत है। यह मानव संसाधन देश की पूंजी है। अगर यही युवा शक्ति गलत रास्ते पर जाये तो देश के लिये लाईबिलिटी बनती है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति का विकास कैसे हो, विचार करने की आवश्यकता है।