पुलवामा हमला: राज्यपाल ने मानी सुरक्षा में चूक की बात
कहा–पहली बार हुआ लोकल फिदायीन का इस्तेमाल
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए और कई जवानों की हालत गंभीर है. हमले को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने अंजाम दिया है. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हम इस हमले का माकूल जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि ये हताशा में कई गई घटना है. उन्होंने कहा कि ये साधारण घटना नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे तरफ से ही कमी रह गई, इसे मानने में मुझे कोई शर्मिंदगी नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान से फिदायीन आते थे, लोकल फिदायीन नहीं होते थे. लेकिन पहली बार पाकिस्तान ने एक लोकल फियादीन पैदा किया और उसके जरिये हमले को अंजाम दिया. अब हमें लोकल एलिमेंट पर ज्यादा निगाह रखनी होगी और इससे सख्ती से निपटना होगा.
इससे पहले सत्यपाल मलिक ने आतंकी हमले के मद्देनजर राज्य में सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का तत्काल 'सुरक्षा प्रबंधन' किए जाने के निर्देश दिए थे. राज्यपाल ने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा की. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल ने सभी सुरक्षा बलों के कमांडरों से हर मोर्चे पर निगरानी को बढ़ाये जाने का अनुरोध किया और जिला एवं संभागीय नागरिक और पुलिस प्रशासन से सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा स्थिति की तत्काल समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए.
मलिक ने हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई हमारे सुरक्षा बलों और लोगों के संकल्प को नहीं डिगा पाएगी और हम इन असामाजिक ताकतों को खत्म करेंगे.
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए और कई जवानों की हालत गंभीर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा की पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से इस मस्ले पर बात की. पीएम मोदी ने ट्वीट कर आतंकी हमले को घृणित एवं निंदनीय कृत्य बताते हुए कहा कि हमारे वीर सुरक्षा कर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा.