जैश-ए-मोहम्मद ने ली पुलवामा हमले की ज़िम्मेदारी
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बुधवार को हुए आत्मघाती आतंकवादी हमले में 30 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गये हैं और 40 से ज्यादा जवान घायल हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी करके आदिल अहमद डार नामक आतंकवादी को हमले के लिए जिम्मेदार बताया है। जैश-ए-मोहम्मद ने आदिल अहमद डार को फिदायीन बताया है।
आदिल अहमद डार उर्फ वकास कमांडर इस वीडियो में आधुनिक हथियारों के साथ नजर आ रहा है। जैश ने यह वीडियो पुलवामा आतंकी हमले के तुरंत बाद जारी किया है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अभी तक आत्मघाती हमलावर की पहचान नहीं की है। सीआरपीएफ (ऑपरेशन) के आईजी ने मीडिया से कहा कि पुलिस अभी हमले की पोस्ट-ब्लास्ट जाँच कर रही है और उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही अंतिम रूप से वो कुछ कह सकते हैं। हालाँकि आईजी ने इसे एक आतंकवादी हमला बताया।
जैश के वीडियो में दिखाए गया आतंकवादी आदिल अहमद डार काकपुरा के गुंडीबाग का रहने वाला है। आदिल अहमद डार साल 2018 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आदिल अहमद डार पिछले साल भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बच निकला था।
जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से जारी वीडियो में कहा गया है कि आदिल अहमद डार को आतंकवादी संगठन से जुड़ने के बाद ही इस हमले की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
वीडियो में आदिल अहमद डार को वीडियो में कहता दिखाया गया है कि इस वीडियो के सामने आने तक वो "जन्नत पहुंच चुका होगा।"
जैश-ए-मोहम्मद के प्रवक्ता मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि सीआरपीएफ की दर्जनों गाड़ियों को हमले में नुकसान पहुंचा है।
इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 70 गाड़ियाँ थीं जिनमें करीब 2500 जवान सवार थे।
पुलवामा आतंकी हमले को अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। 18 सितंबर 2016 को हुए उरी आतंकी हमले में 19 जवानों की जान गयी थी।