रफाएल डील: CAG ने कहा UPA की तुलना में सस्ता सौदा, पर क़ीमत का खुलासा नहीं
नई दिल्ली: राफेल मुद्दे पर राज्यसभा में कैग रिपोर्ट पेश हो गई है. सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक मोदी सरकार की राफेल डील यूपीए सरकार में प्रस्तावित डील से सस्ती है. सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक राफेल डील यूपीए से 2.86 फीसदी सस्ते में हुई है.
कैग रिपोर्ट में कहा गया है, 'साल 2016 में मोदी सरकार की तरफ से साइन की गई राफेल फाइटर जेट डील 2007 में यूपीए सरकार की तरफ से प्रस्तावित डील की तुलना में 2.86 प्रतिशत सस्ती है.'
2016 में रक्षा मंत्रालय ने कहा था राफेल सौदे की घटी हुई कीमतें 2007 की तुलना में 9 गुना कम हैं. हालांकि कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राफेल के बेसिक फ्लाईवे विमान को 2007 की कीमत पर ही खरीदा गया है.
कैग रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान में भारत की जरूरतों के मुताबिक बदलाव का खर्च 17 प्रतिशत सस्ता था. हालांकि इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय वायुसेना का मानना था कि विमान में भारत के हिसाब से विशेष बदलाव की आवश्यकता नहीं थी.
वहीं राफेल मुद्दे पर कांग्रेस का संसद परिसर में प्रदर्शन जारी है. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह राफेल मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने 'चौकीदार चोर है' के नारे भी लगाए. आपको बता दें कि दोपहर 3.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं.
इस बीच कांग्रेस ने राफेल सौदे की जेपीसी जांच की मांग की है. सीएजी रिपोर्ट के मुताबिक-एनडीए का सौदा 2.86 फीसदी सस्ता है, मतलब मोदी सरकार ने यूपीए से सस्ते में राफेल खरीदा है.