माइक्रोफाइनांस अपराधों को लेकर पुलिस को किया गया जागरूक
रेडियो प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित हुआ इंटरफेस कार्यक्रम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस को माइक्रोफाइनेन्स प्रदाताओं और लघु वित्तीय बैंकों, संस्थानों के परिचालन मॉडल के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्ïदेश्य से आज यहां रेडियो प्रशिक्षण केन्द्र में स्ट्रेथनिंग फाइनेन्शियल इन्क्लूजन रोल ऑफ माइक्रोफाइनांस विषय पर इंटरफेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। माइक्रोफाइनांस इंस्टीट्ïयूशंस नेटवर्क ने उत्तर प्रदेश माइक्रोफाइनांस एसोसिएशन के साथ मिलकर के किये गये इस विशेष कार्यक्रम का शुभारम्भ डीजी ईओडब्लू राजेन्द्र पाल सिंह और एडीजी ईओडब्लू अभय प्रसाद ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर 130 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 90 यूपी पुलिस ईओडब्लू और एसआईटी से सम्बन्धित लोग शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान विनियमित माइक्रो क्रेडिट प्रदाताओं द्वारा झेली जा रही चुनौतियों तथा माइक्रोफाइनांस ग्राहकों के साथ होने वाली धोखाधड़ी और माइक्रोफाइनांस अपराधों के बारे में पुलिस को जागरूक किया गया। माइक्रोफाइनांस इंस्टीट्ïयूशंस नेटवर्क के सीईओ हर्ष श्रीवास्तव ने श्राज्य के सभी विनियमित वित्तीय संस्थानों तथा यूपी पुलिस के सदस्यों को एक साथ लाने वाला कोई मंच तैयार करना हमारा उद्देश्य था। इससे न सिर्फ हमें पुलिस को एमएफआईज की कार्यप्रणाली और उनके सामने सर उठाने वाली वास्तविक कठिनाइयों के प्रति संवेदनशील बनाने का अवसर मिला, बल्कि इसने हमें पुलिस का इस बारे में दृष्टिकोण जानने में भी मदद की कि वे कौन से बुनियादी कार्य हैं, जिनको अमल में लाकर माइक्रो क्रेडिट प्रदाता स्वयं और अपने ग्राहकों के लिए जोखिम घटा सकते हैं। यूपी पुलिस के डीजी ;ईओडब्ल्यूद्ध राजेंद्र पाल सिंह का कहना था। माइक्रोफाइनांस कंपनियां कम आय वाले परिवारों की आत्मनिर्भरता बढ़ाने के क्षेत्र में शानदार काम कर रही हैं। पुलिस माइक्रोफाइनांस कंपनियों और उनके संगठन एमएफआईएन के प्रत्येक प्रयास में पूरी ईमानदारी से हर तरह की मदद करने को राजी है।