न्यूजीलैंड महिला टीम ने भारतीय टीम का किया सफाया, 0-3 से जीती सीरीज़
हेमिल्टन: सोफी डिवाइन ने अर्धशतक जड़ने के बाद गेंदबाजी में भी कमाल दिखाया जिससे न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेट टीम ने तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारतीय महिला टीम को दो रन से हराकर श्रृंखला में 3-0 से क्लीनस्वीप किया। सलामी बल्लेबाज डिवाइन ने 52 गेंद में आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 72 रन की पारी खेली जिससे न्यूजीलैंड ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 161 रन बनाए। कप्तान ऐमी सेटरथवेट ने 31 जबकि अनुभवी सलामी बल्लेबाज सूजी बेट्स ने 24 रन का योगदान दिया।
भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने 28 रन देकर दो विकेट चटकाए जबकि मानसी जोशी, राधा यादव, अरुंधति रेड्डी और पूनम यादव को एक-एक विकेट मिला। इसके जवाब में सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना के करियर की सर्वश्रेष्ठ 86 रन की पारी के बावजूद भारतीय महिला टीम चार विकेट पर 159 रन ही बना सकी। अंतिम ओवरों में अनुभवी मिताली राज (20 गेंद में नाबाद 24) और दीप्ति शर्मा (16 गेंद में नाबाद 21) भारत को जीत दिलाने में नाकाम रहीं।
डिवाइन न्यूजीलैंड की सबसे सफल गेंदबाज रही जिन्होंने चार ओवर में 21 रन देकर दो विकेट चटकाए। इससे पहले स्मृति के करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 83 रन था जो उन्होंने 17 नवंबर 2018 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को स्मृति ने एक बार फिर तूफानी शुरुआत दिलाई। स्मृति ने लिया ताहुहु पर चौके के साथ खाता खोला और फिर अन्ना पीटरसन की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा।
स्मृति ने तीसरे ओवर में आफ स्पिनर लेग कास्पेरेक (37 रन पर एक विकेट) पर भी लगातार दो चौके मारे। सलामी बल्लेबाज प्रिया पूनिया लगातार तीसरी पारी में नाकाम रही और सिर्फ एक रन बनाने के बाद कास्पेरेक की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गई और विकेकीपर केटी मार्टिन ने उन्हें स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। मौजूदा श्रृंखला में वह 04, 04 और 01 रन की पारियों से नौ रन ही जुटा पाई।
स्मृति को इसके बाद जेमिमा रोड्रिगेज (21) के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। स्मृति ने पीटरसन पर लगातार दो चौकों के साथ छठे ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। स्मृति ने सोफी डिवाइन की गेंद पर एक रन के साथ 33 गेंद में श्रृंखला का अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। जेमिता हालांकि इसी ओवर में मिडआन पर कप्तान ऐमी सेटरथवेट को कैच देकर पवेलियन लौट गई जिससे स्मृति के साथ उनकी 47 रन की साझेदारी का अंत हुआ।
स्मृति ने हालांकि दूसरे छोर पर आक्रामक तेवर जारी रखे। उन्होंने 10वें ओवर में लेग स्पिनर एमेलिया केर (26 रन पर एक विकेट) पर तीन चौकों से 15 रन बटोरे। भारत के रनों का शतक 12वें ओवर में पूरा हुआ लेकिन केर के इसी ओवर में कप्तान हरमनप्रीत तीन गेंद में दो रन बनाने के बाद पीटरसन को कैच दे बैठी। स्मृति को इसके बाद श्रृंखला में अपना पहला मैच खेल रही एकदिवसीय टीम की कप्तान अनुभवी मिताली राज का साथ मिला। भारत को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 39 रन की दरकार थी।
भारत की उम्मीदों को उस समय झटका लगा जब स्मृति ने डिवाइन की गेंद को बड़ा शाट खेलने की कोशिश में गेंद में हवा में लहरा दिया और ताहुहु ने इसे लपकने में कोई गलती नहीं की। दीप्ति ने केर पर छक्के के साथ गेंद और रनों के बीच के बढ़ते अंतर को कुछ कम किया। कास्पेरेक के पारी 18वें ओवर में सिर्फ पांच रन बने जिससे भारत को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 23 रन की दरकार थी।
डिवाइन के अगले ओवर में मिताली ने चौका जड़ा लेकिन इसके बावजूद इस ओवर में सिर्फ सात रन बने। भारत को अंतिम छह गेंदों पर 16 रन की जरूरत थी। मिताली और दीप्ति ने कास्पेरेक के ओवर में एक-एक चौका जड़ा लेकिन इसके बावजूद 13 रन ही बना सकीं।