नई दिल्ली: जनता से 'महामिलावट के प्रति सावधान रहने' के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि 40-42 दलों वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का नेतृत्व कर रहे मोदी ''महामिलावट के सरगना'' हैं. पार्टी ने यह भी सवाल किया कि क्या 1996, 1998 और 1999 में गठबंधन सरकार चलाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने 'महामिलावट' का नेतृत्व किया था?

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी के ताजा हमले के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''आज वाजपेयी जी की अंतरात्मा रो रही होगी. हम पूछना चाहते हैं कि क्या वाजपेयी की सरकार महामिलावट की सरकार थी?'' उन्होंने पूछा, ''इस देश में गठबंधन सरकार की प्रक्रिया किसने शुरू की? वीपी सिंह को किसने समर्थन दिया? 1996 में 13 दिन की सरकार किसके समर्थन से बनी थी?''

तिवारी ने दावा किया, ''जब प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि गठबंधन महामिलावट है तो क्या इसका मतलब है कि एनडीए में दूसरे दल नहीं है. 40-42 दल उनके साथ हैं और वह इस महामिलावट के सरगना हैं.'' दरअसल, छत्तीसगढ़ पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने की चल रही कोशिशों पर तंज कसते हुए शुक्रवार को जनता से इस 'महामिलावट' के प्रति सावधान रहने को कहा.

मोदी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी वापस सत्ता में नहीं आ पाती है तो मतदाताओं को इस 'महामिलावट' के प्रति सावधान रहना होगा. उन्होंने एक रैली में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेता कानूनी दावपेंच में उलझे हुए हैं.