बीजेपी की युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ यूथ एजेंडा 2019 तय: मुश्ताक
युवा संगठनों ने केंद्र सरकार की युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ लाल किले से संसद मार्ग तक किया मार्च
नई दिल्ली : नौकरी चाहिए, शिक्षा चाहिए! इस नारे के साथ देशभर के युवा संगठनों ने केंद्र सरकार की युवा विरोधी नीतियों के खिलाफ लाल किले से दिल्ली तक मार्च किया । 7 फरवरी को देशभर से स्टूडेंट्स और युवाओं का हुजूम दिल्ली पहुंचा।यंगस्टर्स ने चुनाव को लेकर अपना चार्टर भी तैयार किया है। सपा युवजन सभा समेत देशभर से 60 ऑर्गनाइजेशन इस कैंपेन के हिस्सा हैं।
फैलोशिप से लेकर नौकरी की मांग के साथ देशभर से स्टूडेंट्स यूथ ने आज लाल किले से संसद मार्ग तक दिल्ली में 'यंग इंडिया अधिकार मार्च' निकाला गया। इसमें जेएनयू, डीयू, जामिया समेत सपा के नौजवानों व अन्य देशभर के कई यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स शरीक होंगे। एसएससी स्कैम, यूपीएससी के सीसैट का मसला झेल रहे स्टूडेंट्स और जेंडर जस्टिस के लिए लड़ रही स्टूडेंट्स भी केंद्र के खिलाफ राजधानी पहुंचे। युवाओं की पांच मांगें हैं- सभी खाली सरकारी जॉब को भरा जाए, 10% बजट शिक्षा के नाम हो, जेंडर पर भेदभाव वाले नियम हटाए जाएं, कैंपस में बोलने की आजादी दी जाए और संविधान पर आधारित रिजर्वेशन पूरी तरह से लागू किया जाए। इसके लिए यंग इंडिया नैशनल कॉर्डिनेशन कमिटी भी बनी है। सभा के दौरान सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने 13 पॉइंट रोस्टर के खिलाफ 200 पॉइंट रोस्टर लागू करने की मांग की,भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य सपा युवजन सभा राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष एन साई बाला जी और गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने संबोधित किया
समाजवादी पार्टी के युवा नेता मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष मुश्ताक अली अंसारी बताते हैं कि इसमें पहली बार 60 से ज्यादा ऑर्गनाइजेशन ने जॉब, शिक्षा, बोलने की आजादी, लड़कियों की सुरक्षा जैसे मुद्दों के लिए हाथ मिलाया है। चुनाव में यूथ का रोल बहुत खास है और उनका एक ही एजेंडा है – नौकरी और शिक्षा। जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेजिडेंट एन साई बालाजी का कहना है कि पहले परेशान किसान सड़कों पर आए, अब देश के बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरे हैं। मोदी सरकार में नई नौकरियां तो मिली नहीं, यहां तक कि खाली पड़े लाखों पोस्ट तक नहीं भरी गईं। स्टूडेंट्स को धर्म और छद्म राष्ट्रवाद के चक्कर में फंसाया जा रहा है। सपा जिलाउपाध्यक्ष अजय सिंह कहते हैं कि एसएससी स्कैम देख लें या कोई और पेपर लीक या चीटिंग स्कैम! देश के युवा से सारे मौके छीन लिए गए हैं। हम इस मार्च के जरिए सरकार की तमाम जनविरोधी पॉलिसी के खिलाफ आवाज उठाने आये हैं। लखीमपुर खीरी से यश मोहन वर्मा धर्मेंद्र सिंह चौहान सुमित सिंह समय हजारों नौजवान मौजूद रहे।