पुस्तक मेले में बढ़ने लगी पुस्तक प्रेमियों की भीड़
महापर्व कुम्भ थीम पर प्रेरक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं का दौर
लखनऊ, 2 फरवरी। संगीत नाटक अकादमी परिसर गोमतीनगर में कल से प्रारम्भ लखनऊ पुस्तक मेला व अंकुरम शिक्षा महोत्सव में पुस्तक प्रेमियों के उमड़ने के साथ विविध आयोजनों का दौर शुरू हो गया। रोज सुबह 11 बजे से रात नौ बजे और 10 फरवरी तक ‘महापर्व कुम्भ’ थीम पर चलने वाले इस पुस्तक मेले में सभी को निःशुल्क प्रवेेश मिल रहा है।
खिली हुई धूप में मेले के दोपहर से ही यहां युवा छात्र-छात्राओं का छोटे-बड़े समूह में आना शुरू हो गया था। इस बार मेले की किताबों में अध्यात्मिक साहित्य काफी तादाद में है। महापर्व कुम्भ की थीम पर आधारित मेले में रामकृष्ण मिशन के स्टाल में रामकृष्ण परमहंस व विवेकानन्द वेदांत साहित्य के साथ गुरू और मंत्र दीक्षा, भजनांजलि, ध्यान, योगसूत्र, सरल गीता, प्रेरक प्रसंग, ईश्वर की खोज, छात्र जीवन में सफलता जैसी अनेक अध्यात्म, वेद और सामाजिक जीवन से जुड़ी किताबें हैं। इंदिरा गांधी नेशनल सेण्टर आफ आर्ट्स के स्टाल पर कास्मालाॅजी एण्ड नटराज जैसी नई किताबों के साथ कला व सांस्कृतिक इतिहास की प्रामाणिक शोधात्मक पुस्तकों के साथ ही संगीत कला में पं.शरद साठे, श्रुति सहडोलीकर काटकर, उस्ताद बहाहुद्दीन डागर, गोस्वामी गोकुलसावजी महाराज, पं.नलिन सान्याल, पं.तेजेन्द्र नारायण मजूमदार की सीडी हैं। नई किताबों में स्वामी हरिदास विरचित केलिमाल का राजेन्द्र रंजन चतुर्वेदी द्वारा सम्पादित-अनूदित रसदेश पुस्तक भी महत्वपूर्ण है। कृष्णामूर्ति फाउण्डेशन के स्टाल पर जे.कृष्णामूर्ति की हिन्दी-अंग्रेजी किताबें अध्यात्मिक पुस्तक प्रेमियों को लुभा रही है। अन्य स्टालों पर भी कुम्भ थीम के अनुरूप स्टालों पर कुम्भ सम्बंधित किताबों व सामग्री को प्रमुखता से सजाया गया है। मेले में लखनऊ, दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद, नोएडा, चण्डीगढ़ आदि शहरों से आए प्रकाशकों के स्टाल हैं। उर्दू सीखने के इच्छुक हर उम्र के लोगों के लिए मेले में ओरियण्ट लैंग्वेज की ओर से दिव्यरंजन पाठक के संचालन में दोपहर 12 से दो और शाम को पांच से सात बजे तक उर्दू कक्षाएं चल रही हैं। दोपहर के उर्दू सेशन में 10 विद्यार्थी है। मेला संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि इस बार किताबों के साथ विविधतापूर्ण सामग्री होने से लोगों को मेला पसंद आ रहा है। दूसरी ओर यहां अंकुरम शिक्षा महोत्सव के तहत अलीगढ़, बस्ती, महाराजगंज, इटावा, मथुरा आदि 11 जिलों के विद्यार्थियों और स्थानीय महाविद्यालयों के छात्र-छात्राएं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे हैं। दूसरे दिन शिक्षा महोत्सव में पुष्पेन्द्र केडी, संगीता, आर्या, अविका, तान्या श्रीवास्तव, यश श्रीवास्तव, तेजस्वी पोरवाल, प्रथमय मिश्रा, वरान्या मेहरोत्रा, अनन्या सिंह, ऊर्वा सिंह, काव्या मिश्रा व अंजलि मिश्रा इत्यादि बच्चों-नवयुवाओं ने गीत-संगीत व नृत्य के एकल व युगल कार्यक्रम प्रस्तुत किए। आकाशवाणी, जैक्सन ग्रुप, ज्वाइन हैण्ड्स फाउण्डेशन, ऑर्गनिक इंडिया, ओरिजिंस, रेडियोसिटी व आशा ज्यूरिक फाउंडेशन आदि संस्थाओं के सहयोग से हो रहे मेले के सांस्कृतिक मंच पर आज बच्चों-युवाओं की मंच प्रस्तुतियां रुचिकर रहीं तो आप कैमरे की निगाह में हैं विषयक परिचर्चा के बाद महापर्व कुम्भ पर पर वक्ताओं ने विचार रखते हुए बताया कि अर्धकुम्भ होते हुए भी इस वर्ष प्रयागराज में कुम्भ में इंतजामात बहुत अच्छे किये गए हैं। शाम को फ़ैज आतिश के संयोजन में कवि सम्मेलन व मुशायरे में शायरों ने श्रोताओं को कलामों से नवाजा।