दीवान हाउसिंग में 31 हजार करोड़ का घोटाला, कोबरा पोस्ट का दावा
नई दिल्ली: दीवान हाउसिंग फाइनेंस में 31,000 करोड़ रुपये का घोटाला का दावा किए जाने की मीडिया रिपोर्ट्स के सामने आने के बाद कंपनी का शेयर 8 फीसदी तक टूट गया. इसे भारत का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला करार देते हुए 'कोबरापोस्ट' ने रिपोर्ट प्रकाशित की है. इस आरोप लगाया गया है कि DHFL ने शेल कंपनियों के एक नेटवर्क के जरिए निजी संपत्ति बनाने के लिए प्रमोटर कंपनियों में 31,000 करोड़ रुपये डाले.
'कोबरापोस्ट' ने दावा किया कि डीएचएफएल के लगभग 21,477 करोड़ रुपये के फंड को विभिन्न शेल कंपनियों में लोन और निवेश के रूप में हस्तांतरित किया गया है.
विश्लेषकों का मानना है कि इस मामले के बाद स्टॉक और मूल्यांकन पर अधिक सावधानी लाएगा. 'कोबरापोस्ट' ने शेल कंपनियों के माध्यम से धन उपलब्ध कराने और ट्रांसफर करने के लिए कंपनी को दोषी ठहराया है. इससे आगे कंपनी का वैल्युएशन कम होगा और फर्म के खिलाफ जांच शुरू हो सकती है. कंपनी पहले से ही फंडिंग की समस्या से जूझ रही है. यदि DHFL के खिलाफ जांच होती है या DHFL डिफॉल्ट करती है तो NBFC सेक्टर को और अधिक तरलता का सामाना करना पड़ सकता है.