जिनको कल की खबर नहीं, वो सिखा रहें हैं ज्ञान
काव्य क्षेत्रे साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस पर काव्य सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित
लखनऊ। काव्य क्षेत्रे साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर शनिवार को बाल निकुंज विद्यालय में काव्य सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन में राजधानी के प्रमुख कवियों ने अपनी रचनाओं को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा और बाल निकुंज विद्यालय के संस्थापक शिव सहाय जायसवाल की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम का संचालन हरिमोहन बाजपेई माधव ने किया और अध्यक्षता वरिष्ठ कवि नरेंद्र भूषण ने की। कवि सम्मेलन का शुभारंभ मशहूर गीतकार घनानंद पांडे मेघ ने मां सरस्वती की वंदना से किया।
इसके बाद कवियों ने अपनी रचनाओं से उपस्थित जनसमूह को सराबोर कर दिया। इसके बाद मंजुल मंजर, पंकज प्रसून, प्रमोद द्विवेदी प्रमोद, शोभा दीक्षित भावना, चेतराम अज्ञानी, हरि मोहन बाजपेई माधव, राजेन्द्र कात्यायन ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। माधव ने अपनी रचनाओं से नेताओं की भूमिका पर सवाल खड़े किए। वहीं राजेन्द्र कात्यायन ने " जिनको कल की खबर नहीं, वो सिखा रहें हैं ज्ञान फटे ढोल से देना चाहें, मीठे बोलों की तान।" और "अनुभव बोलता है" रचना सुनाई, जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।
इस दौरान बाल निकुंज के विद्यार्थियों ने भी अपनी काव्य रचनाएं सुनाकर लोगों को गदगद कर दिया। इनमें आयुष द्विवेदी, पूजा गुप्ता, शिफा खान, दिलीप राय, अंशिका सिंह प्रमुख रहे। मुख्य अतिथि मोहसिन रज़ा और समाज सेविका अर्जुमंद ज़ैदी ने कवियों तथा विद्यार्थियों को अंगवस्त्र व सड़क सुरक्षा हेतु हेलमेट देकर सम्मानित किया।